अहमदाबाद :शहर के गोमतीपुर पुलिस स्टेशन में लव जिहाद का मामला दर्ज किया गया है. इसमें एक मुस्लिम युवक के द्वारा हिंदू लड़की को जबरन इस्लाम कबूल कराने के अलावा उसके निजी पलों का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का भी आरोप लगाया गया है. इतना ही नहीं युवक ने युवती से शादी करने के सात साल तक उसका शोषण किया. मामले में चार आरोपियों में से एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि तीन की तलाश की जा रही है.
युवती द्वारा थाने में दर्ज करायी गयी शिकायत के मुताबिक युवक ने उसे प्रेम जाल में फंसाया और कई बार दुष्कर्म किया. पहले उसने लड़की को धमकाया और अपने साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया और बाद में उसे एक होटल में ले जाकर र उसके निजी पलों का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया. मामले में पुलिस ने विभिन्न धाराओं में इकबाल अंसारी, शहजाद अंसारी और आबिदाबानू और अनवर हुसैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
इस बारे में एच डिवीजन की एसीपी आरडी ओझा ने कहा कि लड़की की शिकायत के आधार पर लव जिहाद की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा रही है. आरोपी ने लड़की की जानकारी के बिना उसका धर्म परिवर्तन कराने का शपथ पत्र बनाया था, जिसकी जानकारी उसे अब हुई है. सभी मामलों की जांच के बाद एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है.
पुलिस को दी गई शिकायत में लड़की के अनुसार, युवक शादी का शपथ पत्र बनवाने के बाद उसे उत्तर प्रदेश ले गया और उस पर जबरन धर्म परिवर्तन करने का दबाव डाला और उसे इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद 7 साल तक उसका शोषण किया. इसी बीच युवती ने दो बच्चों को जन्म दिया. आख़िरकार युवती भाग निकली और अहमदाबाद पहुंच गई और पुलिस से मदद की गुहार लगाई.
अहमदाबाद के गोमतीपुर इलाके में रहने वाली निशा (बदला हुआ नाम) ने 10वीं तक पढ़ाई की है. वह पिछले 5 दिनों से अपनी मां के साथ रह रही है. सात साल पहले वह अपने माता-पिता और दादा के साथ गोमतीपुर में रहती थी और कंप्यूटर क्लास कर रही थी. उसी दौरान उसकी एक अन्य महिला मित्र गोमतीपुर में एक मिल में कार्यरत थीं और इकबाल हुसैन अनवर हुसैन अंसारी भी उनके साथ काम करता था. इसी बीच एक दिन निशा अपनी दोस्त से मिलने जा रही थी तभी उसका इकबाल अंसारी से परिचय हुआ.
इसके बाद इकबाल धीरे-धीरे निशा से बातचीत करने लगी. हालांकि इस दौरान लड़की ने उसे कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन इकबाल ने उसका पीछा किया और उसकी दोस्त से निशा का मोबाइल नंबर ले लिया. फिर निशा जहां भी जाती थी वो उसका पीछा करता था और कहता कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं, मैं तुम्हारे बिना मर जाऊंगा, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता. इतना ही नहीं इकबाल अक्सर उससे शादी करने की बात कहकर उसे घुमाने ले जाता था. इससे निशा उस पर विश्वास करने लगी. वहीं इकबाल कहता था कि उसके पास बहुत पैसा है और अहमदाबाद में उसका एक घर है. इसी कड़ी में 2015 में निशा को लेकर इकबाल रायपुर बिग बाजार के पास एक गेस्ट हाउस में ले गया और उसके साथ जबरन संबंध बनाए. इतना ही नहीं उसने वीडियो भी बना लिया और फिर निशा को एक गेस्ट हाउस में ले जाने के लिए बार-बार दबाव डालने लगा.
इसीक्रम में 24 जनवरी 2016 को निशा को लेकर इकबाल मुंबई गया और वहां से उसे भिवंडी में अपने दोस्त के घर ले गया. उसने उसे दो दिन तक अपने पास रखा और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. जिसके बाद उसे मुंबई की अदालत में ले जाया गया, जहां उन्होंने कोर्ट के बाहर मराठी में लिखे दो स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर किए. इस स्टैंप पेपर पर उसने केवल निशा को हस्ताक्षर करने के लिए कहा था और लेकिन स्टेंप पेपर मराठी में होने के कारण वह उसे नहीं पढ़ सकी. इकबाल ने उस वक्त निशा को बताया कि उसने निशा से शादी कर ली है और कागजात हैं. बाद में वह निशा को भिवंडी ले गया और उसे तीन महीने तक किराए के मकान में रखा और उसके साथ संबंध बनाने के बाद वह गर्भवती हो गई. उस समय इकबाल ने अपनी मां आबिदाबानू को बुलाया और निशा को अपने मूल स्थान उत्तर प्रदेश ले गया. जिसके बाद निशा अपने परिवार वालों के साथ उत्तर प्रदेश में रहने लगी, हालांकि वह अपना नाम नहीं बदलना चाहती थी, लेकिन इकबाल ने जबरन उसका नाम बदलकर मुस्लिम रख दिया और घर पर उसे इसी नाम से बुलाया करता था. 24 दिसंबर 2016 को निशा ने बेटे को जन्म दिया.
इसके बाद निशा से इकबाल ने दूरी बना ली और साल में एक बार घर आता था. वहीं जब निशान उससे अपने साथ रहने के लिए कहती थी तो वह उसे गांव से ले जाने के लिए मना कर दिया वहीं इकबाल की मां निशा को अपने आसपास के लोगों से बातचीत नहीं करने देती थी. उसके माता-पिता उसे घर के काम और अन्य छोटी-छोटी बातों में परेशान और पीटते थे. खाना भी ठीक से नहीं दिया जाता था. साथ ही, उन्हें घर से निकलने की इजाजत नहीं थी और भले ही लड़की को सिलाई करना नहीं आता था, फिर भी उन्होंने उसे पीट-पीटकर सिखाया और उससे पूरे दिन काम कराया जाता था.
शिकायत के मुताबिक, निशा के ससुराल वाले अक्सर उसकी मर्जी के खिलाफ उसे मांस खिलाते थे और खाना बनाने के लिए भी मजबूर करते थे. जब निशा ने अपने मोबाइल फोन से इस मामले की जानकारी अपने पति को दी तो उसके पति ने फोन काट दिया. निशा का पति एक साल में आता था और एक-एक महीने रुकता था और अगर वह अपनी परेशानी बताती थी तो वह माता-पिता का पक्ष लेता था.
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