नई दिल्ली : 20 जुलाई से शुरू होने जा रहे संसद के मानसून सत्र के एजेंडे पर चर्चा करने के लिए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा बुलाई गई सदन की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में विपक्षी दलों ने मानसून सत्र के दौरान लोक सभा में मणिपुर हिंसा, यूसीसी, महंगाई और उत्तर भारत में आये भयानक बाढ़ सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा कराने की मांग की. भाजपा की तरफ से भी बंगाल हिंसा पर चर्चा कराने की मांग की गई. सरकार की तरफ से नियमानुसार हर मुद्दे पर चर्चा का आश्वासन दिया गया.
लोक सभा अध्यक्ष बिरला की अध्यक्षता में हुई बीएसी की बैठक में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, अनुप्रिया पटेल, अधीर रंजन चौधरी, डीएमके से टीआर बालू, एआईएमआईएम से असदुद्दीन ओवैसी, बीजेडी से पिनाकी मिश्रा, सपा से एसटी हसन, टीआरएस से एन. नागेश्वर राव, शिवसेना (शिंदे गुट) से राहुल शिवाले और अकाली दल से हरसिमरत कौर बादल सहित कई अन्य दलों के नेता भी मौजूद रहे.
बीएसी की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए अकाली दल नेता हरसिमरत कौर बादल ने बताया कि उन्होंने सदन में उत्तर भारत में आये बाढ़ के कारण पंजाब और हरियाणा के किसानों के हालात और केंद्र सरकार द्वारा चंडीगढ़ पर पंजाब के दावे को कमजोर किये जाने के मसले पर सदन में चर्चा कराने की मांग की है. बैठक में सत्र के दौरान पेश किए जाने वाले विधेयकों और उन पर आवंटित समय को लेकर चर्चा की गई.