नई दिल्ली : संसद में बजट सेशन के 10वें दिन विदेश मंत्रालय से इंडिया सेंट्रल एशिया समिट (India Central Asia Summit) को लेकर सवाल पूछा गया. तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत रॉय ने कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर जवाब देने के लिए विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन के स्थान पर खुद विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर को लोक सभा में मौजूद रहना चाहिए. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि विदेश मंत्री उनकी अनुमति लेकर विदेश दौरे पर गए हैं. इसके अलावा विधानसभा चुनाव वाले प्रदेश- यूपी के सीएम योगी के बयान पर लोक सभा में हंगामा देखा गया.
सीएम योगी की टिप्पणी पर हंगामा, वॉकआउट
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, द्रमुक और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक टिप्पणी का विरोध करते हुए लोक सभा से वॉकआउट किया. शुक्रवार को लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि वे प्रश्नकाल के बाद इस विषय को उठा सकते हैं. इसके बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, केरल कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, द्रमुक और समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया.
प्रश्नकाल के दौरान ही लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के बयान से जुड़ा विषय उठाने की कोशिश की, हालांकि आसन से उन्हें अनुमति नहीं मिली. कांग्रेस के के. सुरेश और आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन समेत केरल से जुड़े कुछ सांसदों ने योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी को लेकर सदन में कार्यस्थगन का नोटिस दिया था.
सांसदों की तीखी नोकझोंक
शून्यकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय ने यह विषय उठाया और कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले एक टिप्पणी की है जो ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, केरल और जम्मू-कश्मीर देश के महत्वपूर्ण राज्य हैं. इस दौरान सौगत रॉय की भाजपा के निशिकांत दुबे के साथ तीखी नोकझोंक देखी गई.
उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ ने एक वीडियो संदेश में उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को आगाह करते हुए दावा किया है कि 'अगर इस बार मतदाता चूक गए तो उत्तर प्रदेश को कश्मीर, बंगाल और केरल बनते देर नहीं लगेगी.' लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही कई विपक्षी सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए. कुछ सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए.