लखनऊ : लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया थाने में बहराइच जिले के नानपारा क्षेत्र बंजारन टांडा निवासी जगजीत सिंह की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में आशीष पर 15-20 अज्ञात लोगों के साथ मिलकर किसानों के ऊपर जीप चढ़ाने और गोली चलाकर हत्या करने का आरोप लगाया गया है. तिकुनिया थाने में आशीष तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 147 (उपद्रव), 148 (घातक अस्त्र का प्रयोग), 149 (भीड़ हिंसा), 279 (सार्वजनिक स्थल पर वाहन से मानव जीवन के लिए संकट पैदा करना), 338 (दूसरों के जीवन के लिए संकट पैदा करना), 304 ए (किसी की असावधानी से किसी की मौत होना), 302 (हत्या) और 120 बी (साजिश रचने) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
सोमवार को दर्ज तहरीर में कहा गया है कि तीन अक्टूबर को समस्त क्षेत्रवासी किसान एवं मजदूर अजय कुमार मिश्रा एवं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के विरुद्ध काले झंडे दिखाने के लिए महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज क्रीड़ा स्थल, तिकुनिया, खीरी में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे और तभी आशीष (निवासी बनबीरपुर, निघासन, खीरी) और 15-20 अज्ञात एवं सशस्त्र लोग तीन चार पहिया वाहनों पर सवार होकर बनवीरपुर से सभास्थल की तरफ तीव्र गति से आए.
आरोप लगाया गया है कि आशीष अपने वाहन में बायीं सीट पर बैठकर गोलीबारी करते हुए और भीड़ को रौंदते हुए आगे बढ़ा और इस गोलीबारी में मटरनियां, बहराइच निवासी किसान गुरविंदर सिंह (22) की गोली लगने से मौके पर मौत हो गई. तहरीर में शिकायतकर्ता ने दो गाड़ियों के नंबर भी दिए हैं. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि तीव्र गति से आती ये गाड़ियां अनियंत्रित होकर गड्ढे में पलट गई जिससे कई राहगीर भी गंभीर रूप से घायल हो गए.
बता दें कि अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने सोमवार को 'भाषा' को बताया था कि इस मामले में आशीष सहित कई अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं. उन्होंने कहा था कि अभी प्राथमिकी की प्रति उपलब्ध नहीं हुई है इसलिये किन-किन धाराओं में मामला दर्ज हुआ है इस बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है. तहरीर के मंगलवार को सार्वजनिक होने के बाद ये तथ्य सामने आए हैं.
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इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि उन्हें गैरकानूनी ढंग से रखा गया, वकीलों को मिलने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सीतापुर के पीएसी परिसर में उन्हें गैरकानूनी ढंग से रखा गया है और हिरासत के 38 घंटे बीत जाने के बावजूद कोई प्राथमिकी नहीं दिखाई गई है तथा उन्हें अपने वकीलों से भी नहीं मिलने दिया जा रहा है.
प्रियंका गांधी ने एक बयान में कहा कि उन्हें अब तक किसी मजिस्ट्रेट या न्यायिक अधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया गया और न ही उन्हें अपने वकील से मिलने दिया गया जबकि उनके वकील सुबह से ही परिसर के गेट पर खड़े हैं. बता दें कि प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी जाते समय रास्ते से हिरासत में लिया गया था और वह सोमवार सुबह से ही पुलिस की अभिरक्षा में हैं. बकौल प्रियंका, उन्हें डीएसपी पीयूष कुमार सिंह (सीओ सिटी-सीतापुर) द्वारा चार अक्टूबर की शाम साढ़े चार बजे मौखिक रूप से सूचित किया गया कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है.
प्रियंका गांधी ने कहा, 'जब मुझे गिरफ्तार किया गया तो मैं सीतापुर जिले में ही थी और लखीमपुर खीरी से करीब 20 किलोमीटर दूर थी जहां धारा 144 लगाई गई थी. बहरहाल, मेरी जानकारी के हिसाब से सीतापुर में धारा 144 नहीं लगी हुई थी.' उनके मुताबिक, वह जिस वाहन में थी उसमें उनके साथ चार लोग थे. दो स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता और राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा तथा संदीप सिंह (निजी सचिव) थे.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और उनकी पार्टी के अन्य लोगों को किसानों और लोकतंत्र के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है. उमा भारती ने ट्वीट किया, 'उत्तर प्रदेश की प्रभारी एवं कांग्रेस महासचिव वाद्रा और कांग्रेस के अन्य नेताओं को जिन मुद्दों पर बोलने का अधिकार नहीं है, उन पर ना बोलें.'
भाजपा नेता ने अगले ट्वीट में कहा, 'आजादी के तुरंत बाद, देश में गांधीजी के कृषि को प्रमुख आर्थिक आधार मानने के सपने को उस समय के प्रधानमंत्री नेहरु जी ने ध्वस्त कर दिया. फिर तो कृषि और किसान पीछे छूटते ही गए.'
उमा भारती ने आगे कहा, ' देश में आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस पार्टी, अपने मुंह से लोकतंत्र का उच्चारण करने का अधिकार खो चुकी है. 1984 के दंगों में कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने ही दस हजार सिखों को जिंदा भूना था. कांग्रेस के मुंह से अहिंसा शब्द शोभा नहीं देता.' भारती ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को उनका सुझाव है कि वे किसानों की समस्याओं को सुलझाने के लिए सरकार के साथ सहयोगी एवं सकारात्मक रुख रखे.
प्रियंका की गिरफ्तारी से कांग्रेस में आक्रोश का माहौल है. कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी पार्टी की नेता प्रियंका गांधी वाद्रा को बुधवार तक नहीं रिहा किया गया और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे को किसानों की हत्या के लिए गिरफ्तार नहीं किया गया तो कांग्रेस की पंजाब इकाई उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के लिए कूच करेगी.
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