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अयोध्या PO सुसाइड मामला: IPS आशीष तिवारी सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज

अयोध्या के पंजाब नेशनल बैंक में अधिकारी के पद पर काम कर रही श्रद्धा गुप्ता नाम की एक युवती ने अपने किराए के कमरे में अपने दुपट्टे से लटक कर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने से पहले उसने सुसाइड नोट लिखा जिसमें एक पुलिसकर्मी समेत तीन लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

फंदे पर लटकता मिला महिला बैंककर्मी का शव
फंदे पर लटकता मिला महिला बैंककर्मी का शव

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Published : Oct 31, 2021, 10:15 AM IST

Updated : Oct 31, 2021, 12:43 PM IST

अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां के कोतवाली नगर क्षेत्र के व्यस्ततम इलाके खवासपुरा में एक बैंक अधिकारी युवती की आत्महत्या की घटना सामने आई है. बैंक अधिकारी ने अपने कमरे में दुपट्टे के सहारे फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की है.

मृत बैंक अधिकारी श्रद्धा गुप्ता पिछले पांच वर्षों से अयोध्या में रह रही थीं. इस दौरान वह पंजाब नेशनल बैंक के रीजनल ऑफिस और खवासपुरा शाखा में भी तैनात रही. मृत बैंक अधिकारी ने अपने सुसाइड नोट में तीन लोगों के नाम का जिक्र किया है जिसमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है.

मृत बैंक अधिकारी श्रद्धा गुप्ता

मृत महिला बैंक अधिकारी के भाई रितेश गुप्ता ने बताया कि कल रात से वह अपनी बहन को फोन मिला रहे थे, लेकिन वह फोन नहीं उठा रही थी. रात में उन्होंने सोचा कि बहन सो गई होगी, इसलिए उन्हें कोई चिंता नहीं हुई. सुबह भी जब फोन करने पर उनकी बहन ने फोन नहीं उठा तब उन्होंने मकान मालिक को फोन कर अपनी बहन से बात कराने की बात कही, जिसके बाद पूरा प्रकरण सामने आया.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट में एक पुलिसकर्मी का भी नाम

मौके पर जब पुलिस पहुंची तब मृत महिला बैंक अधिकारी के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, मकान मालिक ने जब रोशनदान से देखा तो उसके होश उड़ गए. लड़की दुपट्टे से लटकी दिखाई पड़ी. आनन-फानन में मकान मालिक ने युवती के परिजन को फोन किया जिसके बाद वह अयोध्या पहुंचे. परिजन और पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा खोला गया, जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया. पुलिस को मिले सुसाइड नोट में तीन नाम बताए गए हैं, जिसमें विवेक गुप्ता, आशीष तिवारी एसएसएफ लखनऊ और पुलिसकर्मी अनिल रावत के नाम लिखे मिले हैं.

फंदे पर लटकता मिला महिला बैंककर्मी का शव

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जानकारी के मुताबिक मृत बैंक अधिकारी के पिता की तहरीर पर कोतवाली नगर में आईपीएस आशीष तिवारी, विवेक गुप्ता और एक अन्य पुलिसकर्मी अनिल रावत के खिलाफ हत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में मृत युवती के पिता ने पुलिस को तहरीर देकर बताया है कि उनकी बेटी को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. जिसके कारण उसने आत्महत्या जैसा दर्दनाक कदम उठाया. इस मामले में एक आईपीएस का नाम सामने आने के बाद पूरा प्रखंड बेहद हाईप्रोफाइल हो गया है.

बता दें कि बीती रात पोस्टमार्टम हाउस पर भी परिजनों ने मुकदमा दर्ज किए जाने और आईपीएस का नाम न शामिल किए जाने पर नाराजगी जताई थी और मृत युवती का शव लखनऊ ले जाने से इंकार कर दिया था. जिसके बाद मौके पर पहुंचे प्रशासन के आला अधिकारियों ने तत्काल मुकदमा दर्ज कराया जिसके बाद आधी रात के बाद मृत युवती का शव लखनऊ के लिए रवाना कर दिया गया.

फंदे पर लटकता मिला महिला बैंककर्मी का शव
जिस लड़के से हुई शादी उसी पर लगा है धमकाने का आरोप

आत्महत्या की घटना को अंजाम देने वाली पंजाब नेशनल बैंक के सर्किल ऑफिस में अफसर के पद पर तैनात मृतक श्रद्धा गुप्ता के पिता राजकुमार गुप्ता ने कोतवाली नगर में तहरीर दी है कि उनकी बेटी की शादी उतरौला गोंडा के रहने वाले विवेक गुप्ता से तय हुई थी. दोनों के बीच फोन पर बातचीत भी होती थी. कोरोना में लॉकडाउन लगा होने के कारण उनकी बेटी की शादी नहीं हो पाई. बाद में उनकी बेटी ने बताया कि विवेक गुप्ता का व्यवहार ठीक नहीं है. इसलिए वह उस से शादी नहीं करना चाहती. जिसके बाद से लखनऊ में एक कंपनी में काम करने वाले विवेक गुप्ता ने उनकी बेटी को तंग करना शुरू कर दिया और धमकाना शुरू कर दिया.

तहरीर में शिकायत की गई है कि आरोपी विवेक गुप्ता अपने संबंध कई बड़े अधिकारियों से बताता था और कई बड़े लोगों से उनकी बेटी पर दबाव डलवाता था. जिनमें आईपीएस आशीष तिवारी भी शामिल हैं. जो इस समय एसएसएफ लखनऊ के पद पर तैनात हैं. इसके अलावा एक अन्य पुलिसकर्मी अनिल रावत भी उनकी बेटी को प्रताड़ित करता था. इस प्रकरण में मृतक युवती के पिता ने तीनों के खिलाफ तहरीर कोतवाली नगर में दी है. जिसके बाद तीनों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर ली गई है.

परिजनों के दबाव के बाद दर्ज हुआ आईपीएस के खिलाफ मुकदमा

इस पूरे मामले में एक आईपीएस अधिकारी का नाम सामने आने के बाद पुलिस भी कुछ भी बोलने से कतरा रही थी. देर शाम जब मृत युवती का शव पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा उस समय तक आरोपियों के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज की गई थी. जिसके कारण पीएम हाउस पर मौजूद मृत युवती के परिजनों ने शव को लखनऊ ले जाने से इंकार कर दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंचे आईजी रेंज केपी सिंह, डीएम नीतीश कुमार, एसएसपी शैलेश पांडे के समझाने पर मामला शांत हुआ. पहले तीनों व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई जिसके बाद पीएम हाउस से मृत युवती श्रद्धा गुप्ता लखनऊ के लिए रवाना कर दिया गया है.

इस पूरे मामले में लखनऊ में नियुक्त आईपीएस अफसर आशीष तिवारी का नाम सामने आने के बाद पूरा प्रकरण बेहद हाईप्रोफाइल हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर मृत युवती को इंसाफ दिलाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. इस ट्वीट के बाद मामला बेहद गर्म हो गया है. पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है. प्रथम दृष्टया यही बात सामने आई है कि जिस युवक विवेक गुप्ता से युवती की शादी तय हुई थी उसने अधिकारियों का नाम लेकर श्रद्धा गुप्ता को धमकाया था जिसके बाद यह घटना सामने आई है.

Last Updated : Oct 31, 2021, 12:43 PM IST

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