जयपुर. राजस्थान में चुनावी साल में जनप्रतिनिधियों के आरोपों से घिरने के सिलसिले के बाद अशोक गहलोत सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद जयपुर के कानोता में एक शख्स की खुदकुशी के मामले ने तूल पकड़ लिया. किरोड़ी लाल मीणा का आरोप है कि इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस विधायक रफीक खान की भूमिका भी संदिग्ध है और उसकी जांच की जानी चाहिए. गौरतलब है कि इससे पहले चांदी की टकसाल में एक भवन निर्माण को लेकर रामप्रसाद मीणा नाम के शख्स की खुदकुशी को लेकर मंत्री महेश जोशी पर भी गंभीर आरोप लग चुके हैं और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
दो ऑडियो में गंभीर आरोप : जयपुर में आत्महत्या करने वाले संजय पांडे की खुदकुशी का मामला गरमा चुका है. कानोता के सुमेल रोड पर किराए के मकान में रहने वाले 40 साल के संजय ने मरने से पहले दो ऑडियो भी रिकॉर्ड किए, जिसमें ट्रांसपोर्ट कंपनी पर गौ तस्करी का आरोप लगाते हुए मेहनताना रोके जाने की बात कही गई है. साथ ही मालिक के साथ विधायक रफीक खान के रसूख का हवाला देते हुए संरक्षण देने की भी बात कही गई है. इस ऑडियो में ये जिक्र है कि मुर्गी फॉर्म के प्लॉट नंबर 81 पर वह अजंता ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम किया करता था. इस ट्रांसपोर्ट कंपनी का मालिक शब्बीर है, जो उसकी करीब 70,000 हजार रुपए सैलरी रोका हुआ है. ऑडियो में संजय पांडे ने यह भी कहा था कि आरोपी शब्बीर के साथ-साथ उसके दो बेटे भी गौ तस्करी में लिप्त हैं और इन्हें स्थानीय पार्षद के साथ-साथ विधायक रफीक खान का संरक्षण मिला हुआ है.
सांसद किरोड़ी लाल मीणा के आरोप : राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने संजय पांडे की खुदकुशी के मामले में कांग्रेस सरकार के मंत्रियों और नेताओं पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार के जनप्रतिनिधि अवैध कामों में लगे हुए हैं. अपने ट्विटर अकाउंट पर किरोड़ी लाल मीणा ने लिखा कि अशोक गहलोत सरकार के विधायक रफीक खान का आशीर्वाद लेकर गुंडों से टॉर्चर के बाद गौ भक्त संजय पांडे ने खुदकुशी कर ली. उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदू विरोधी सरकार के जघन्य अत्याचार आखिर कब तक सहन किए जाएंगे. साथ ही आरोप लगाते हुए किरोड़ी मीणा ने पूछा कि तुष्टीकरण में यह सरकार किस हद तक गिरेगी. संजय पांडे के मामले से पहले किरोड़ी लाल मीणा, रामप्रसाद मीणा के मसले पर भी 4 दिन धरना दे चुके हैं. इस मामले में किरोड़ी लाल मीणा की एंट्री के बाद ही मंत्री महेश जोशी के अलावा तीन अन्य पर मुकदमे दर्ज किए गए थे.