नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में गठित पार्टी की सभी समितियों को गुरुवार को भंग कर दिया और पार्टी की राज्य इकाई का पुनगर्ठन किए जाने की संभावना है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के नेतृत्व में ही पदाधिकारियों की नियुक्ति और संगठन में फेरबदल होगा. कांग्रेस के अनुसार, खड़गे ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बनी सभी समितियों को भंग करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है. उत्तर प्रदेश में इस साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव हुआ था. कांग्रेस को 403 सदस्यीय विधानसभा में सिर्फ दो सीटें और 2.33 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. Kharge dissolves UP assembly poll panels .
सूत्रों के अनुसार खड़गे गुजरात और महाराष्ट्र चुनाव परिणाम आने के बाद यूपी के लिए अपनी योजना का खुलासा करेंगे. यूपी में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं. सूत्रों के अनुसार खड़गे ने इसे तीन कैटेगरी में बांटने की एक योजना बनाई है. इन्हें 'कठिन', 'कम कठिन' और 'आसान', इस तरह से बांटे जाने की उम्मीद है. आसान यानी इसमें 20 सीटों को रखे जाने की संभावना है, जहां पार्टी उम्मीद कर रही है कि उसकी जीत आसान होगी. वहां पर पार्टी उम्मीदवारों के नाम और संगठन को पहले ही मजबूत कर लेगी. इसी तरह से अन्य दो कैटेगरी के लिए पार्टी अलग रणनीति बनाएगी.
खबरी ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने अपनी तैयारी शुरू कर दी है और वह लोकसभा चुनाव में इस बार अच्छी संख्या से सीट जीतेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी के नए अध्यक्ष जल्द ही पोल पैनल की घोषणा करेंगे. कांग्रेस ने 2009 में 21 संसदीय सीटें जीती थीं. लेकिन 2014 और 2019 में पार्टी फिसड्डी साबित हुई. 2014 में दो और 2019 में पार्टी को मात्र एक सीट मिली. यहां तक कि राहुल गांधी भी अमेठी सीट से हार गए. सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद हैं. कांग्रेस की कोशिश है कि वह कम से कम 2009 का आंकड़ा जरूर प्राप्त करे.