तिरुवनंतपुरम :केरल में विपक्षी कांग्रेस-संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) के सदस्यों ने सदन में पक्षपात किए जाने का आरोप लगाते हुए, बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष ए. एन. शमसीर के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर लगातार उनके कार्य स्थगन प्रस्ताव के लिए नोटिस पेश करने की अनुमति देने से इनकार करने के अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ विपक्षी दलों के विधायक पिछले कुछ दिन से विरोध कर रहे हैं. बुधवार को भी सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष शमसीर ने महिला सुरक्षा पर कार्य स्थगन प्रस्ताव के उनके नोटिस को अनुमति नहीं देने की घोषणा की. जिसके बाद कांग्रेस-यूडीएफ के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. दूसरी ओर सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाने और सदन से कार्यालय की ओर जा रहे अध्यक्ष को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रशासन के साथ सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने हो गये. सचिन देव और एच सलाम विपक्षी विधायकों का विरोध किया.
Kerala Assembly : केरल विधानसभा के अध्यक्ष पर विपक्ष ने लगाया पक्षपात का आरोप, विरोध
केरल विधानसभा में आज विपक्ष सदस्यों ने स्पीकर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उन पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की.
इधर, विपक्ष सदस्यों ने 'अध्यक्ष न्याय करें' का बैनर हाथ में लिए नारेबाजी की और फिर सदन से बाहर निकल कर परिसर में ही स्थित अध्यक्ष के कार्यालय की ओर चले गए. उनके कार्यालय के सामने जैसे ही विपक्ष के सदस्य पहुंचे, वहां, वॉच एंड वार्ड कर्मियों ने उनका रास्ता रोक दिया. 'वॉच एंड वार्ड' के कर्मचारियों द्वारा रोके जाने पर यूडीएफ के कुछ विधायकों ने बलपूर्वक आगे बढ़ने की कोशिश की, जिससे कार्यालय के सामने तनाव व्याप्त हो गया. विपक्षी सदस्य भी वाच एंड वार्ड के साथ सीधे भिड़ गए.
इसके बाद विधायकों ने कार्यालय के सामने धरना दिया और अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की. लेकिन वॉच एंड वार्ड स्पीकर के कार्यालय के सामने धरने पर बैठे विपक्षी विधायकों को वहां से घसीटकर हटाने की कोशिश की गई. विधायकों ने उनके साथ मारपीट की शिकायत की है. विधायक सनिश कुमार जोसेफ को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. केके रामा, टीवी इब्राहिम, एकेएम अशरफ और एम विन्सेंट को भी चोट लगने की खबर है. केरल विधानसभा के इतिहास में पहली बार विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय के सामने सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य आमने-सामने हुए हैं. बता दें कि 'वॉच एंड वार्ड' के कर्मचारियों को 'हाउस मार्शल' भी कहा जाता है. वे राज्य विधानमंडल की सुरक्षा की देखरेख करते हैं और विधानमंडल के अध्यक्ष और सचिव के निर्देश पर काम करते हैं.