रांची :राजधानी रांची से करीब 15 किलोमीटर दूर पिस्का नगड़ी गांव के रहने वाले ज्ञान राज को रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' की हॉट सीट पर बैठने के बाद पूरा देश जानने लगा है. मुंबई से लौटने के बाद ज्ञान राज ने सोमवार को पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने केबीसी से मिलने वाले रुपए का खर्च भी शिक्षा के क्षेत्र में करने की घोषणा की.
ज्ञान राज स्कॉलरशिप (Gyan Raj Scholarship)
ज्ञान राज ने कहा कि राज इंटरनेश्नल स्कूल में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए टॉप-3 जरूरतमंद छात्राओं को ज्ञान राज स्कॉलरशिप दिया जाएगा. जिससे बच्चों की शिक्षा खासकर लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा. ज्ञान राज का कहना है कि उनकी यह इच्छा है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे लाभान्वित हों. कोरोना काल में यह पता चल गया कि ऑनलाइन एजुकेशन शिक्षा का एक महत्वपूर्ण माध्यम है. ऑनलाइन एजुकेशन से शिक्षक एक बार में ही लाखों बच्चों को पढ़ा सकते हैं. ज्ञान राज जल्द ही बच्चों को ऑनलाइन एजुकेशन भी देंगे.
केबीसी से मिलने वाले रुपए शिक्षा क्षेत्र में करेंगे निवेश. ज्ञान राज ने लॉन्च किया यू-ट्यूब चैनल (YouTube Channel)
ज्ञान राज ने कहा कि वर्तमान समय में सोशल मीडिया जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग बन गया है. आज लगभग हर व्यक्ति, यहां तक की बच्चे भी सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं. बहुत से लोग यू-ट्यूब (YouTube) पर वीडियो देखकर काफी कुछ सीख रहे हैं. ऐसे में ज्ञान राज ने अपने जन्मदिन के मौके पर एक यू-ट्यूब चैनल (YouTube Channel) लॉन्च किया, जिसकी सहायता से वो बच्चों को मॉडर्न टेक्नोलॉजी के बारे में शिक्षा देंगे.
केबीसी एकेडमी (KBC Academy)
ज्ञान राज का कहना है कि उनके ज्ञान से सभी बच्चे लाभान्वित हों, इसी विचार से विद्यार्थियों की भारी मांग पर वो राजधानी रांची में केबीसी एकेडमी की शुरुआत करने जा रहे हैं. केबीसी एकेडमी में कक्षा 1 से 12वीं तक के बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था होगी. केबीसी एकेडमी में बच्चों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की भी तैयारी कराई जाएगी. केबीसी एकेडमी में बच्चों को Technology of Future (Robotics, Drone Making, Virtual Reality, Artificial Intelligence) की ट्रेनिंग दी जाएगी और बच्चों को इनोवेशन के लिए प्रेरित किया जाएगा. इसके लिए केबीसी एकेडमी में नामांकन जारी है.
कौन हैं ज्ञान राज ?
ज्ञान राज का कहना है कि बहुत लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं. यह जानना चाहते हैं कि मात्र 25 वर्ष की उम्र में ज्ञान ने इतनी उपलब्धि कैसे हासिल कर ली? लोग यह जानना चाहते हैं कि ज्ञान ने अपने जीवन में कितना संघर्ष किया है? लोग केबीसी के सफर के बारे में भी जानना चाहते हैं. ज्ञान ने कहा कि इन सारे सवालों के जवाब वो आत्मकथा से देंगे. इसका लोकार्पण 23 अगस्त 2022 को किया जाएगा.
ज्ञान राज भारत के PSA यानी प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर ग्रुप के मेंबर हैं. नवंबर 1999 में पीएसए की नींव रखी गई थी. यह ग्रुप प्रधानमंत्री को साइंस एंड टेक्नोलॉजी की जरूरतों से जुड़ा सुझाव देता है. इसमें देश भर से 100 यंग साइंटिस्ट जोड़े गए हैं.
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