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विश्वनाथ धाम का क्राउड मैनेजमेंट बना चर्चा का विषय, वैष्णो देवी समेत देश के ये बड़े मंदिर प्लान समझने पहुंचे काशी

काशी विश्वनाथ धाम में हर साल भक्तों की भीड़ में इजाफा हो रहा है. साल 2022 में करीब 7 करोड़ लोगों ने बाबा के दरबार में माथा टेका. हर साल भक्तों की बढ़ती भीड़ और उन्हें मैनेज करने का सिस्टम देश के कई बड़े मंदिर प्रशासन को हैरान और आश्चर्य कर रहा है.

काशी विश्वनाथ धाम
काशी विश्वनाथ धाम

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Published : May 17, 2023, 11:16 AM IST

वाराणसी: देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों की जबरदस्त भारी भीड़ होती है. हर साल इतनी बड़ी तादाद में काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों का पहुंचना और इतनी भीड़ के बाद भी सब कुछ आसानी और सरल तरीके से संचालित करना निश्चित तौर पर लोगों को आश्चर्य में डाल रहा है. बाबा विश्वनाथ धाम अब क्राउड मैनेजमेंट के मास्टर हो चुके हैं. शायद यही वजह है कि देश के अन्य मंदिर प्रशासनिक अधिकारी और ट्रस्ट से जुड़े लोग बाबा विश्वनाथ धाम पहुंचने लगे हैं. ताकि, वह ये जान सकें कि इतनी जबरदस्त भीड़ काशी विश्वनाथ धाम के प्रशासनिक अधिकारी किस तरह से मैनेज कर रहे हैं.

दरअसल, हाल ही में वृंदावन में हुई एक घटना के बाद बनाई गई जांच कमेटी ने बनारस के बाबा विश्वनाथ मंदिर पहुंचकर क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम की जानकारी हासिल की थी. वहीं, इसके बाद कई अन्य बड़े मंदिरों के प्रशासनिक अधिकारी और ट्रस्ट से जुड़े लोग भी इस सिस्टम को समझने के लिए काशी पहुंचे थे. इसके अलावा अब माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड से जुड़े सदस्य भी काशी पहुंचकर बाबा विश्वनाथ धाम में हो रही भीड़ के मैनेजमेंट प्लान को समझेंगे. बुधवार (17 मई) को श्री माता वैष्णो देवी के दरबार से बाबा विश्वनाथ धाम की व्यवस्था ​को ​देखने माता वैष्णो देवी ​​श्राइन बोर्ड के 4 सदस्य काशी पहुंचेंगे.

बता दें कि बाबा विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद काशी में श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. बीते साल​​ 7.35 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे. वहीं, इस साल भी रिकॉर्ड स्तर पर श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. योगी सरकार के बनारस मॉडल की चर्चा धीरे-धीरे पूरे देश में होने लगी है. इससे वाराणसी में पर्यटकों की संख्या में निरतंर बढ़ोत्तरी होती जा रही है. समय-समय पर अन्य प्रदेशों के लोग काशी और बाबा विश्वनाथ धाम की व्यवस्थाओं की बारीकी से अध्ययन करने भी आ रहे हैं. इसमें कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक था. इसके अलावा अन्य कई योजनाओं पर भी तेजी से काम चल रहा है.

श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में ​बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के ​​दर्शन का प्रबंध (भीड़ नियंत्रण), बाबा का भोग प्रसाद, अन्न क्षेत्र (निशुल्क भोजन), साफ सफाई, मानव संशाधन प्रबंधन, रेवेन्यू जनरेशन ​समते अन्य ​व्यवस्थाओं को देखने के लिए माता वैष्णो देवी के श्राइन बोर्ड का एक दल श्री काशी विश्वनाथ धाम आ रहा है. इस दल में 4 सदस्य हैं. जो​ ​17 मई ​2023 ​से 19 मई​ 2023 तक धाम की व्यवस्थाओं का अध्ययन करेंगे.

मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि दिसंबर 21 में श्री काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के एक साल में ही लगभग ​​7.35 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई. इससे 100 करोड़ से अधिक का चढ़ावा आया था. ​उन्होंने बताया कि ​इसके पहले महाकाल, महाराष्ट्र के बिट्ठल मंदिर ​और​ मथुरा वृन्दावन से भी लोग काशी विश्वनाथ धाम की सुव्यवस्था को देखने आ चुके हैं. इसके साथ ही कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी ब्रॉन्ड काशी की चमक को देखने ​आए थे.

उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश के आला अधिकारी समेत अन्य प्रदेशों के लोग भी काशी के लिक्विड एंड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट समेत कई अन्य व्यवस्थाओं को देखने के लिए काशी का दौरा कर चुके हैं. यही नहीं काशी को इसके लिए अवार्ड भी मिल चुका है. श्री काशी विश्वनाथ धाम के ​लोकार्पण के बाद ​नए ​साल के सिर्फ पहले दिन ही करीब 7 लाख और सावन के महीने में सवा करोड़ भक्तों ने बाबा के दरबार में माथा टेका था. श्री काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण और सुविधायुक्त होने के बाद धाम की आय में लगभग 500 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

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