वाराणसी: देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों की जबरदस्त भारी भीड़ होती है. हर साल इतनी बड़ी तादाद में काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों का पहुंचना और इतनी भीड़ के बाद भी सब कुछ आसानी और सरल तरीके से संचालित करना निश्चित तौर पर लोगों को आश्चर्य में डाल रहा है. बाबा विश्वनाथ धाम अब क्राउड मैनेजमेंट के मास्टर हो चुके हैं. शायद यही वजह है कि देश के अन्य मंदिर प्रशासनिक अधिकारी और ट्रस्ट से जुड़े लोग बाबा विश्वनाथ धाम पहुंचने लगे हैं. ताकि, वह ये जान सकें कि इतनी जबरदस्त भीड़ काशी विश्वनाथ धाम के प्रशासनिक अधिकारी किस तरह से मैनेज कर रहे हैं.
दरअसल, हाल ही में वृंदावन में हुई एक घटना के बाद बनाई गई जांच कमेटी ने बनारस के बाबा विश्वनाथ मंदिर पहुंचकर क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम की जानकारी हासिल की थी. वहीं, इसके बाद कई अन्य बड़े मंदिरों के प्रशासनिक अधिकारी और ट्रस्ट से जुड़े लोग भी इस सिस्टम को समझने के लिए काशी पहुंचे थे. इसके अलावा अब माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड से जुड़े सदस्य भी काशी पहुंचकर बाबा विश्वनाथ धाम में हो रही भीड़ के मैनेजमेंट प्लान को समझेंगे. बुधवार (17 मई) को श्री माता वैष्णो देवी के दरबार से बाबा विश्वनाथ धाम की व्यवस्था को देखने माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के 4 सदस्य काशी पहुंचेंगे.
बता दें कि बाबा विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद काशी में श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. बीते साल 7.35 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे. वहीं, इस साल भी रिकॉर्ड स्तर पर श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. योगी सरकार के बनारस मॉडल की चर्चा धीरे-धीरे पूरे देश में होने लगी है. इससे वाराणसी में पर्यटकों की संख्या में निरतंर बढ़ोत्तरी होती जा रही है. समय-समय पर अन्य प्रदेशों के लोग काशी और बाबा विश्वनाथ धाम की व्यवस्थाओं की बारीकी से अध्ययन करने भी आ रहे हैं. इसमें कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक था. इसके अलावा अन्य कई योजनाओं पर भी तेजी से काम चल रहा है.