बेंगलुरु:कर्नाटक कीभाजपा सरकार के वरिष्ठ नेता और मंत्री के एस ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. वहीं ईश्वरप्पा का दावा है कि उनके ऊपर इस्तीफा देने का कोई दबाव नहीं था बल्कि उन्होंने अपनी इच्छा से इस्तीफा दिया है. दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि ईश्वरप्पा का इस्तीफा उनके संघर्ष का परिणाम है. हालांकि ईश्वरप्पा के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई जारी है और यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि उसके क्या परिणाम होंगे. फिलहाल ईश्वरप्पा की गिरफ्तारी के साथ ही कांग्रेस नेता मामले की न्यायिक जांच की भी मांग कर रहे हैं. इसी कड़ी में नौ अलग-अलग स्थानों पर धरना दिया जा रहा है.
बता दें कि दो दिन पहले सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके तुरंत बाद उन्होंने सौध में रात में रैली का आयोजन किया था. कांग्रेस का कहना है कि वह अब लड़ाई के दूसरे चरण की शुरुआत करेगी. पार्टी का मानना है कि यदि ईश्वरप्पा पर ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के मामले में संलिप्तता साबित होती है तो ईश्वरप्पा को सजा मिलनी चाहिए. इससे पहले कांग्रेस प्रदेश के एक अन्य मंत्री व भाजपा विधायक रमेश जरकीहोली का सीडी कांड की वजह से मांग कर इस्तीफा दिलाने में सफल रही थी.