मुंबई/बेंगलुरु : महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल और शंभुराज देसाई को कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा मुद्दे के लिए नियुक्त किया गया है. दोनों मंत्री तीन दिसंबर को कर्नाटक के बेलगावी का दौरा करेंगे. इधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई सीमा विवाद के मुद्दे को लेकर दिल्ली जाएंगे. यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे के सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी से दिल्ली में मिलेंगे.
शीर्ष अदालत में सुनवाई से पहले बोम्मई जाएंगे दिल्ली
सीएम बोम्मई ने कहा कि वह कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद के मुद्दे पर 30 नवंबर को उच्चतम न्यायालय में होने वाली सुनवाई से पहले वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी से मुलाकात करने के लिए दिल्ली जाएंगे. बोम्मई नव नियुक्त 'कर्नाटक सीमा और नदी गठन आयोग' के अध्यक्ष और उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति शिवराज पाटिल के साथ पहली बैठक के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे. साथ ही वह भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं 29 नवंबर को दिल्ली जाऊंगा और वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी के साथ मामले से जुड़ी हर चीज के बारे में विस्तार से चर्चा करूंगा. मुझे नड्डा से मुलाकात करने की उम्मीद है, मुझे अभी तक उनसे मुलाकात का समय नहीं मिला है लेकिन वक्त मिलने की उम्मीद है." उन्होंने कहा कि इसमें महाराष्ट्र की ओर से 2004 में शीर्ष अदालत में मामला दायर करने के बाद से जो भी कुछ हुआ है इस बारे में रोहतगी से बातचीत शामिल है. वर्ष 1960 में अपने गठन के बाद से ही महाराष्ट्र का बेलगाम (या बेलगावी) जिले और 80 फीसदी मराठी भाषी गांवों को लेकर कर्नाटक से विवाद है. ये इलाके कर्नाटक के नियंत्रण में आते हैं.
(एजेंसी-इनपुट)