अलीगढ़:जमीयत उलेमा-ए-हिंद के शहर अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद अकबर कासमी का एक विवादित बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि "ज्यादा बच्चा देने वाली औरतों से शादी करो". मीडिया से बात करते हुए मौलाना ने समान नागरिक संहिता और जनसंख्या कानून के सवाल पर कहा कि यह एक तरह से लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी है. जबकि इससे कुछ नहीं होने वाला है. ये मुस्लिम, सिख और ईसाई के माइंड को डाइवर्ट करना चाहते हैं.
जामा मस्जिद में श्रद्धांजलि सभा:शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित जामा मस्जिद में बीते शुक्रवार को एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जहां श्रद्धांजलि देने के लिए जमीयत उलेमा -ए-हिंद के शहर अध्यक्ष मौलाना अकबर कासमी भी पंहुचे थे. मीडिया से बात करते हुए मौलाना ने समान नागरिक संहिता और जनसंख्या कानून को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी के लिए किया जा रहा है.जबकि इससे कुछ नहीं होने वाला है. उन्होंने कहा कि यह बिल सिर्फ मुस्लिम, सिख और ईसाई के माइंड को डाइवर्ट करने के लिए लाया जा रहा है. इससे वह अपना दोबार वोट बैंक हासिल करना चाहते हैं. लेकिन वह यह सब भूल जांए. उन्होंने कहा कि इस मुल्क को हिंदुस्तानी गंगा-जमुनी तहजीब कहा जाता है. यहां सब लोग एक साथ मिलकर खाते, पीते और अपना बिजनेस करते हैं.
समान नागरिक संहिता बिल को नहीं मानेंगे:मौलाना ने भारतीय जनता पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि वह यूसीसी बिल लाकर एक तरह से दिमाग को डायवर्ट करना चाह रहे हैं. जबकि यह हिंदू-मुस्लिम करने की बहुत बड़ी साजिश है. जो शायद न हिंदू होने देंगे, न मुसलमान होने देंगे और न ही सिख-ईसाई होने देंगे. उन्होंने कहा कि सभी लोग इनकी साजिश को समझ चुके हैं. लेकिन अगर वह बिल पास कर भी देते हैं तो कोई बात नहीं है. इसके बाद भी वह अपने शरीयत को ही फॉलो करेंगे. मौलाना ने कहा कि इस बिल के पास होने से मुसलमानों पर बहुत फर्क पड़ेगा. उनके मजहब ने उन्हें आजादी दी है.