नई दिल्ली : भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (India's national security advisor) अजीत डोभाल (Ajit Doval ) ने SCO की बैठक में पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e- Taiba) और जैश-ए-मोहम्मद ( Jaish-e-Mohammad) पर वैश्विक कार्य योजना का प्रस्ताव रखा.
उन्होंने बुधवार 23 जून को ताजिकिस्तान की राजधानी (Tajikistan's capital ) दुशांबे ( Dushanbe) में राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुखों (national security chiefs) की बैठक के दौरान कहा किNSA डोभाल ने एससीओ और एफएटीएफ के बीच एक समझौता ज्ञापन सहित आतंकवाद के वित्तपोषण (terror financing) का मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों (international standards) को अपनाने पर भी जोर दिया.
उन्होंने यह भी कहा कि हथियारों की तस्करी (smuggling of weapons ) और डार्क वेब (dark web), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence), ब्लॉकचेन और सोशल मीडिया (social media) के दुरुपयोग के लिए ड्रोन सहित आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली नई तकनीकों की निगरानी करने की आवश्यकता है.
डोभाल ने अफगानिस्तान में पिछले दो दशकों में अर्जित लाभ को बनाए रखने और लोगों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, 'भारत अफगानिस्तान पर एससीओ संपर्क समूह का पूरा समर्थन करता है, जिसे और अधिक सक्रिय होना चाहिए.'
आतंकवाद सभी रूपों की निंदा करते हुए, डोभाल ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations ) के प्रस्तावों और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ लक्षित प्रतिबंधों के पूर्ण कार्यान्वयन की आवश्यकता पर जोर दिया.