नई दिल्ली: भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के एक अध्ययन के अनुसार भारत में मंकीपॉक्स से मृत्यु का पहला मामला चकत्तों के साथ बुखार जैसे लक्षण वाली वायरल बीमारी का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय संशय रखने के महत्व को रेखांकित करता है जहां मरीज के तार इस तरह की बीमारी के प्रकोप वाले देशों से जुड़े हों.
ICMR ने केरल में मंकीपॉक्स से मौत के भारत के पहले मामले का अध्ययन किया
'केरल, भारत से मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण का पहला जानलेवा मामला 2022' विषयक अध्ययन को पूर्व-प्रकाशन के रूप में जारी किया गया है और इसकी विशेषज्ञ समीक्षा अभी नहीं की गयी है. भारत में अभी तक मंकीपॉक्स के 11 मामले आये हैं जिनमें पांच केरल से और छह दिल्ली से आये हैं.
केरल में मंकीपॉक्स से मौत मामला
'केरल, भारत से मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण का पहला जानलेवा मामला 2022' विषयक अध्ययन को पूर्व-प्रकाशन के रूप में जारी किया गया है और इसकी विशेषज्ञ समीक्षा अभी नहीं की गयी है. भारत में अभी तक मंकीपॉक्स के 11 मामले आये हैं जिनमें पांच केरल से और छह दिल्ली से आये हैं.
केरल के 22 वर्षीय पुरुष को केरल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आईसीएमआर ने उसके संक्रमित होने से मृत्यु तक पूरे घटनाक्रम का अध्ययन कर यह निष्कर्ष निकाला है.