नई दिल्ली:भारतीय वायु सेना, एचएएल को 156 और प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टरों के लिए ऑर्डर देने जा रही है (IAF to buy 156 more Prachand Light Combat choppers). इन हेलीकॉप्टरों को भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना द्वारा चीन और पाकिस्तान दोनों मोर्चों पर तैनात किया जाएगा. इसे रक्षा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' के लिए सबसे बड़े प्रयासों में से एक कहा जा सकता है.
दुनिया की सबसे खराब मौसम स्थितियों और इलाकों में परीक्षण करने के बाद दोनों सेवाओं ने पिछले 15 महीनों में इनमें से 15 हेलिकॉप्टरों को पहले ही अपने बेड़े में शामिल कर लिया है.
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि प्रमुख सेवा के रूप में भारतीय वायु सेना ने संयुक्त अधिग्रहण मामले के रूप में 156 और प्रचंड हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए सरकार के पास एक प्रस्ताव रखा है, जिसे जल्द ही मंजूरी मिलने की संभावना है.
हाल ही में भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए लगभग 100 और हल्के लड़ाकू विमान मार्क 1ए खरीदने के इरादे के बारे में विदेशी धरती से घोषणा की थी.
रकम की बात की जाए तो दोनों परियोजनाओं का कुल योग 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. 156 हेलिकॉप्टरों में से 66 को भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा जबकि शेष 90 को भारतीय सेना द्वारा अधिग्रहित किया जाएगा.
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि पूरी तरह से भारतीय डिजाइन, विकसित और निर्मित हथियार प्रणाली होने की भारतीय वायु सेना की आवश्यकता को पूरा करते हुए, प्रचंड का हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा बड़े पैमाने पर परीक्षण किया गया है.