श्रीनगर : पूरे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और उनके कमांडरों को खत्म करने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान तेजी से चलाए जा रहे हैं. इस कड़ी में आतंकवादियों का समर्थन करने वाले पारिस्थितिकी तंत्र को समाप्त करने के लिए एक ठोस प्रयास भी किए जा रहे हैं. सुरक्षा बलों ने कई सफल आतंकवाद विरोधी अभियान चलाए हैं. आतंकवाद का गढ़ बने दक्षिण कश्मीर में सक्रिय आतंकी रिकॉर्ड निचले स्तर पर हैं. जम्मू-कश्मीर में 300 से अधिक आतंकवादी सक्रिय हैं जिनमें 82 विदेशी आतंकवादी और 53 स्थानीय आतंकवादी शामिल हैं.
कश्मीर में हाइब्रिड आतंकवाद सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है. हाइब्रिड आतंकवादी वगीर्कृत आतंकवादी नहीं हैं, कट्टरपंथी युवा हैं जो आतंकवाद के कार्य को अंजाम देने के बाद सामान्य जीवन और सामान्य गतिविधियों में लौट आते हैं. हाइब्रिड आतंकवादियों ने कश्मीर में सुरक्षा बलों और गैर स्थानीय कार्यकर्ताओं पर कई आतंकवादी हमले किए हैं.
23 नवंबर को शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा के दौरान, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने अधिकारियों को अपनी कार्य योजनाओं की समीक्षा करने और आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि हाइब्रिड आतंकवादियों को खत्म करने की जरूरत है और बताया कि हाइब्रिड आतंकवादियों के 100 से अधिक मॉड्यूल को नष्ट कर दिया गया है. लेकिन जहां सुरक्षा बल आतंकवादियों पर दबाव बनाए हुए हैं, वहीं कट्टरता को रोकने और युवाओं को आतंकवाद की ओर जाने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं.