मुरैना : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के रोड शो (Scindia Road Show) के चर्चे सब जगह हैं. रोड शो के चक्कर में कानून की जो धज्जियां उड़ी उस ओर कम ही लोगों का ध्यान गया. सिंधिया की स्वागत रैली में हजारों लोग शामिल होने पहुंचे. ज्यादातर लोग बिना टोल चुकाए टोल नाके (No Toll Tax For Supporters) से निकल गए. इन्हें किसी ने रोका तक नहीं. सिंधिया समर्थक बेधड़क नियमों को ताक पर रखकर ठेंगा दिखकर निकल गए और आम जनता 3 घंटे (Highway Jam) जाम में फंसी रही.
इंदौर से सड़क मार्ग से ज्योतिरादित्य सिंधिया मुरैना (Scindia Road Show) पहुंचे. राजघाट(Rajghat) पर लोग उनके स्वागत के लिए उमड़ पड़े. मुरैना की सीमा के लगते ही बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सिंधिया का जोरदार (Welcome Scindia) स्वागत किया. ये स्वागत रैली मुरैना से लेकर ग्वालियर तक रखी गई. रैली में सैकड़ों वाहन शामिल हुए. लेकिन स्वागत रैली में शामिल हुए वाहनों में से किसी ने भी नेशनल हाईवे पर लगने वाला टोल टैक्स नहीं (No Toll Tax For Supporters) चुकाया. सिंधिया समर्थकों की गाड़ियां दनदनाती हुई आईं और धूल उड़ाकर चली गईं. टोलकर्मी बेचारे देखते रह गए. ये बात आसानी से समझी जा सकती है सिंधिया जैसे रुतबे वाले नेता के समर्थकों की गाड़ी रोकने की हिम्मत टोलकर्मियों में नहीं होगी.
आम आदमी ऐसा करता तो क्या होता...
वहां मौजूद लोगों ने ये पूरा नजारा देखा. वहां मौजूद वाहन चालक अभिषेक ने बताया कि हमारी आंखों के सामने करीब 100 से ज्यादा गाड़ियां टोल नाके से निकलीं और एक सेकेंड के लिए भी नहीं रुकीं. बिना टोल टैक्स चुकाए (No Toll Tax For Supporters) ये निकल गईं. किसी टोलकर्मी ने इन्हें रोका तक नहीं. इनमें से 4-5 गाड़ियों में फास्टैग लगा था, लेकिन ज्यादातर गाड़ियों में Fastag नहीं लगा था. यानी वे गाड़ियां बिना टोल टैक्स चुकाए निकल गईं. अभिषेक कहते हैं कि हमारे जैसा कोई आम आदमी होता तो अब तक कॉलर पकड़कर टोल वसूल कर लिया गया होता.
रसूख के आगे बेबस टोल मैनेजर
टोल मैनेजर आरएसपी यादव से भी कुछ कहते नहीं बन रहा है. 'महाराज' की शान में गुस्ताखी करने की हिम्मत अच्छे अच्छों में नहीं है, तो टोल मैनेजर की क्या हैसियत. टोल मैनेजर तुरंत सिंधिया समर्थकों के (No Toll Tax For Supporters) बचाव में बोले. उन्होंने कहा कि करीब 100 गाड़ियां यहां से निकली हैं. ज्यादातर में Fastag लगा हुआ था. इसलिए उन्हें रुकने की जरूरत नहीं पड़ी. उनका टोल टैक्स ऑटोमेटिक कट जाता है. कुछ 4-5 गाड़ियों में Fastag नहीं था. हमने उनका नंबर नोट कर लिया है. अब उनसे Fastag लगाने की गुजारिश करेंगे.