धर्मशाला : भारत में क्रिकेट धर्म है और खिलाड़ी भगवान, ये बात किसी से छिपी नहीं है. टीम को जिताने के लिए यहां पूजा-पाठ, हवन यज्ञ होना कोई नई बात नहीं है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश का एक स्टेडियम ऐसा भी है जहां मैच का सफल आयोजन करवाने से पहले पूजा पाठ करनी पड़ती है. ये स्टेडियम है हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला का HPCA स्टेडियम, जहां मैच के सफल आयोजन के लिए देवता इंद्रुनाग की पूजा की जाती है. कौन हैं ये देवता ? यहां क्यों की जाती है पूजा और क्या है मान्यता, आपको हर बात का जवाब मिलेगा लेकिन पहले जानिये कि...
धर्मशाला में मैच कब है- क्रिकेट लवर्स पर इन दिनों आईपीएल की खुमारी छाई हुई है. आईपीएल का कारवां अपने अंतिम चरण की ओर पहुंचने वाला है. इस बीच 17 और 19 मई को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में भी दो मैच खेले जाने हैं. ये पंजाब किंग्स इलेवन का दूसरा होम ग्राउंड है. पंजाब की टीम 17 मई को डेल्ही कैपिटल्स और 19 मई को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैदान में उतरेगी. इस ग्राउंड पर करीब 10 साल के बाद कोई मैच खेला जा रहा है. ऐसे में मैच के सफल आयोजन से पहले एचपीसीए के अधिकारियों ने इंद्रुनाग देवता के मंदिर में पूजा और हवन के साथ-साथ कन्या पूजन भी किया है.
कौन हैं देवता इंद्रुनाग-धर्मशाला से करीब 9 किलोमीटर दूर खनियारा नाम की जगह है. जहां देवता इंद्रुनाग का मंदिर है. ये स्थानीय देवता बारिश के देवता इंद्र के प्रतिनिधि माने जाते है और इस इलाके में इनकी काफी मान्यता है. पहले फसल की बुवाई के दौरान बारिश या अच्छे मौसम के लिए लोग इंद्रुनाग मंदिर में पूजा करते थे. धीरे-धीरे घर बनाने से लेकर शादी ब्याह या अन्य सामाजिक समारोह और अब क्रिकेट मैचों के सफल आयोजन के लिए भी देवता इंद्रुनाग की पूजा की जाती है.
देवता इंद्रुनाग की कहानी-देवता इंद्रुनाग मंदिर का इतिहास सालों पुराना है. हालांकि ग्रामीण और मंदिर के पुजारी सिर्फ इतना ही जानते हैं कि यहां कभी एक वान के वृक्ष के नीचे भगवान के पदचिन्ह मिले थे. जिसके बाद चंबा के राजा ने यहां पहुंचकर दर्शन किए. कहते हैं कि राजा की कोई संतान नहीं थी और फिर देवता इंद्रुनाग ने राजा को सपने में आकर संतान प्राप्ति का वरदान दिया. एक साल बाद राजा अपने पुत्र के साथ यहां पहुंचा. राजा ने यहां इंद्रुनाग देवता का मंदिर बनवाया और आस-पास की जमीन मंदिर के नाम कर दी. जिसके बाद से भक्त अपनी मनोकामना लेकर मंदिर में पहुंचते हैं और पूजा पाठ, हवन करते हैं. मान्यता है कि देवता मनोकामना पूर्ण करते हैं.
क्या कहते हैं HPCA के अधिकारी- धर्मशाला का एचपीसीए स्टेडियम दुनिया के सबसे खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियमों में शुमार है. ये स्टेडियम साल 2003 में बनकर तैयार हुआ था. जहां घरेलू मुकाबलों के बाद इंटरनेशनल और आईपीएल के मैच खेले जा चुके हैं. हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के डायरेक्टर संजय शर्मा कहते हैं कि "इंद्रुनाग देवता की विशेष कृपा इस इलाके पर रही है, वो भगवान इंद्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसलिये हम हर साल मंदिर में जाकर पूजा अर्चना, हवन करते हैं और देवता के प्रार्थना करते हैं कि आने वाले समय में कोई भी मैच बारिश या मौसम से प्रभावित ना हो."