उत्तराखंड:उत्तराखंड के देहरादून और हरिद्वार जिलों में भी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जानकारी दी है कि अमृतपाल के छिपने के हर संभावित ठिकाने की गहराई से छानबीन की जा रही है. उत्तराखंड के उधमसिंह नगर और चंपावत जिलों की सीमाएं नेपाल से लगती हैं. पंजाब पुलिस को ऐसा इनपुट मिला था कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल इन जिलों के बॉर्डर से नेपाल भाग सकता है.
पंजाब पुलिस से मिला है इनपुट: पंजाब पुलिस से मिले इनपुट के बाद उत्तराखंड की पुलिस और बॉर्डर पर तैनात एसएसबी हाई अलर्ट मोड में है. चंपावत और उधमसिंह नगर जिलों के बॉर्डर वाले इलाकों में अमृतपाल और उसके साथ फरार उसके साथियों के पोस्टर लगाए गए हैं. हर तरफ गहराई से छानबीन की जा रही है. उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, चंपावत और उधमसिंह नगर जिलों में 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल सिंह के राज्य में प्रवेश की संभावना के मद्देनजर एहतियात के तौर पर अलर्ट जारी किया गया है. इन सभी जिलों और अन्य क्षेत्रों की सीमाओं पर सघन चेकिंग की जा रही है.
कई महीनों से थी अमृतपाल पर कार्रवाई की तैयारी:पिछले सालदिसंबर 2022 में भारत के गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में राज्यों के पुलिस महानिदेशकों की बैठक हुई थी. इस हाई लेवल की बैठक में पंजाब के पुलिस निदेशक गौरव यादव ने एक प्रेजेंटेशन दी थी. गौरव यादव ने गृहमंत्री के सामने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल का कच्चा चिट्ठा खोला था. पंजाब के डीजीपी ने बताया था कि हथियार और नशे की तस्करी के अलावा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और क्या-क्या देश विरोधी गतिविधियां चला रहा है.