चमोली (उत्तराखंड):सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट आज 20 मई सुबह 10:30 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने पर करीब 2000 सिख यात्री मौजूद रहे. हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने के बाद लोकपाल लक्ष्मण के मंदिर के कपाट भी खोले गए. सेना के बैंड के मधुर ध्वनि के बीच पंच प्यारे की अगुवाई में यात्रियों का पहला जत्था घाघरिया से हेमकुंड साहिब पहुंचा.
श्रद्धालुओं के लिए खुले हेमकुंड साहिब-लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट, पहले दिन 2000 यात्री बने पावन पल के साक्षी
सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट आज श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. इस पल के करीब 2000 सिख यात्री साक्षी बने. लेकिन मौसम की वजह से यात्रियों की दुश्वारियां कम होने का नाम भी नहीं ले रही हैं. धाम में लगातार बर्फबारी से कड़ाके की ठंड पड़ रही है.
बता दें कि, उत्तराखंड में मौसम के मिजाज को देखते हुए इस बार हेमकुंड साहिब में यात्रियों की संख्या सीमित की गई है. बीमार, बच्चों और बुजुर्गों को प्रशासन के अगले आदेश तक यात्रा के लिए इंतजार करना होगा. हेमकुंड साहिब में इस साल भारी बर्फबारी के चलते 8 फीट तक बर्फ जमी है. भारी बर्फबारी के चलते हेमकुंड साहिब से 3 किमी नीचे घोड़ा खच्चरों को रोका जा रहा है.
पढ़ें-इस बार हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की संख्या की गई सीमित, बीमार लोगों, बच्चों और बुजुर्गों को करना होगा अगले आदेश का इंतजार
इस बार चारधाम यात्रा के दौरान मौसम का मिजाज तल्ख है. मौसम को देखते हुए यात्रियों को चारधाम की यात्रा के लिए रवाना किया जा रहा है. वहीं हेमकुंड साहिब में जवानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती मौसम की है. बीते दिनों सेना के जवानों ने यात्रा मार्ग से बर्फ को हटाया था. लेकिन जवानों के सामने समस्या ये है कि जैसे ही वो बर्फ को हटा रहे हैं, फिर बर्फबारी शुरू हो जा रही है. जबकि चमोली डीएम हिमांशु खुराना ने बीते दिनों हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग का निरीक्षण कर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया था.