हैदराबाद: कोरोना की दूसरी लहर के बीच एक बार फिर देशभर में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोल दी है. कोरोना संक्रमण और मौत के आंकड़ों में लगातार इजाफे के बीच अस्पतालों में ऑक्सीजन से लेकर वेंटिलेटर और बेड की भारी कमी उजागर हो रही है. गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में पहली बार एक दिन में कोरोना के नए मरीजों का आंकड़ा 3.14 लाख के पार पहुंच गया. रोजाना नया रिकॉर्ड बनाते ये आंकड़े हर पल देश के स्वास्थ्य ढांचे पर दबाव बढ़ा रहे हैं. ईटीवी भारत एक स्पेशल रिपोर्ट के जरिये आपको देश के सात बड़े शहरों में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल बता रहा है. ये वो सुविधाएं हैं जो कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में बहुत जरूरी हैं.
1. कोविड मरीजों के लिए बेड की सुविधा
देश के ज्यादातर अस्पतालों में कोविड मरीजों को बेड की कमी का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना संक्रमण की पहली लहर के बाद दूसरी लहर में भी देशभर के कई अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाया गया था. जहां सिर्फ और सिर्फ कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है. लेकिन जिस तरह से रोजाना लाखों नए मरीज सामने आ रहे हैं उसने अस्पताल और मरीज दोनों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. ध्यान रखने वाली बात ये ही कि अस्पतालों में कोरोना के अलावा दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीज भी भर्ती हो रहे हैं जिससे अस्पतालों पर दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में आपको बताते हैं कि देश के 7 बड़े शहरों में कोविड मरीजों के लिए बेड की उपलब्धता का आंकड़ा क्या है.
2. ऑक्सीजन युक्त बेड और वेंटिलेटर्स
पहले तो कोरोना मरीजों को अस्पताल में बेड नसीब नहीं हो रहे और अगर बेड मिल रहे हैं तो अस्पतालों में ऑक्सीजन का टोटा मरीजों की मुश्किल बढ़ा रहा है. दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बीते कुछ दिनों से ऑक्सीजन की कमी की ख़बरें सामने आ रही हैं. लगातार बढ़ती कोरोना मरीजों की तादाद से ऑक्सीजन की खपत में इजाफा हो रहा है. दरअसल कई कोविड मरीजों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है और कोविड के अलावा कई अन्य रोगों से ग्रस्त मरीजों को भी ऑक्सीजन की जरूरत होती है. ऐसे में अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो रही है.
कई बार स्थिति ज्यादा खराब होने पर मरीज को वेंटिलेटर पर रखना पड़ता है. कोरोना की पहली लहर में भी वेंटिलेटर्स की मांग बढ़ी थी और इस बार जब कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है तो वेंटिलेटर की पूछ एक बार फिर बढ़ गई है. अब आपको देश के सात बड़े शहरों में ऑक्सीजन युक्त बेड और वेंटिलेटर्स की संख्या के बारे में बताते हैं.