चंडीगढ़ :हरियाणा में कृषि कानूनों का विरोध जारी है. किसान सरकार की कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं हैं. किसान साफ कर चुके हैं कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होते वो आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. आंदोलन के दौरान ही किसान संगठनों ने बीजेपी और जेजेपी का बहिष्कार करने का फैसला भी किया है. अब किसानों ने सरकार की नाम में दम करने के लिए एक और अनोखा फरमान सुनया है.
हरियाणा के किसानों का फैसला जींद के खटखड़ टोल प्लाजा पर हजारों किसानों की मौजूदगी में किसानों ने बड़ा फैसला लिया है. किसानों ने अनोखा फरमान सुनाया है कि वो बीजेपी और जेजेपी से संबंध रखने वाले लोगों के साथ कोई रिश्ता नहीं करेंगे. ना लड़के की शादी करेंगे और ना लड़की की शादी करेंगे.
'ना छोरी ब्याहयेंगे और ना छोरा'
किसान नेताओं का कहना है कि इस सरकार को हम कलंकित समझते हैं, इसीलिए हमने ये फैसला लिया है कि बीजेपी और जेजेपी के साथ रिश्ता नहीं करेंगे. जिस प्रकार किसी व्यक्ति का गांव में हुकका पानी बंद हो तो लोग उनसे साथ रिश्ता नहीं करते. उसी प्रकार किसान भी बीजेपी और जेजेपी के साथ कोई रिश्ता नहीं करेंगे. ना छोरी ब्याहयेंगे और ना छोरे को ब्याहयेंगे. इनके साथ आना जाना तो तोड़ ही रखा है. अब आगे से इनके साथ रिश्तेदारी भी नहीं बनाएंगे.
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आपको बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में हरियाणा के किसान बीते कई महीनों से बीजेपी-जेजेपी का विरोध कर रहे हैं. किसान कहीं भी बीजेपी-जेजेपी का कोई कार्यक्रम नहीं होने देते, चाहे वो फिर किसी विधायक का हो या मंत्री का. यहां तक कि सीएम के भी कई कार्यक्रम किसानों के विरोध के चलते रद्द हुए हैं. अब किसानों ने सरकार की नाम में दम करने के लिए एक और बड़ा फैसला लिया है. साफतौर से किसान बीजेपी-जेजेपी से जुड़े लोगों का सामाजिक बहिष्कार करना चाहते हैं.