चंडीगढ़: हरियाणा की नवनियुक्त प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नायब सैनी ने अपनी टीम का ऐलान कर दिया है. इस टीम में 45 पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है. सूची में जहां 2 नए प्रदेश महामंत्री नियुक्त किए गए हैं. वहीं, 9 जिलाध्यक्षों को भी बदला गया है. इसके साथ ही 7 उपाध्यक्षों में से 6 को बदला गया है. 22 जिलाध्यक्षों को छोड़कर जो 23 पदाधिकारी बने हैं, उनमें रोहतक का दबदबा साफ तौर पर देखने को मिल रहा है.
क्या हुड्डा को घर में घेरने की है तैयारी?: बीजेपी ने जो प्रदेश के नए पदाधिकारी की सूची जारी की है, उसमें रोहतक जिले का दबदबा साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. जिला अध्यक्षों को अगर छोड़ दें तो जो 23 पदाधिकारी बनाए गए हैं. उनमें रोहतक जिले से 6 हैं, जिनमें सतीश नांदल उपाध्यक्ष, फणींद्र नाथ शर्मा प्रदेश महामंत्री संगठन, रेणु डाबला प्रदेश सचिव, अजय बंसल कोषाध्यक्ष, गुलशन भाटिया कार्यालय सचिव और भूपेश खुराना कार्यालय सह सचिव शामिल है. इसको लेकर राजनीतिक मामलों की जानकारी धीरेंद्र अवस्थी कहते हैं कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस सूची में जिस तरीके से रोहतक को तरजीह दी गई है वह निश्चित तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को उनके घर में ही घेरने का प्लान भी हो सकता है.
45 की सूची में 9 जाट पदाधिकारी, क्या है इसके मायने?: बीजेपी ने प्रदेश के पदाधिकारी की जो सूची जारी की है, उसमें जिला अध्यक्षों को मिलाकर 45 नाम शामिल है. इसमें 4 महामंत्री, 7 उपाध्यक्ष, 7 प्रदेश सचिव, 2 कोषाध्यक्ष 2 कार्यालय सचिव, एक सोशल मीडिया प्रमुख के साथ-साथ 22 जिला अध्यक्ष हैं. जिलाध्यक्षों को छोड़ दिया जाए तो जो 23 पदाधिकारी हैं, उनमें चार जाट चेहरे हैं. इसमें सतीश नांदल उपाध्यक्ष, सुरेंद्र पुनिया, महामंत्री, कैप्टन भूपेंद्र सिंह और रेनू डाबला प्रदेश सचिव शामिल हैं. वहीं, 22 जिलों में से 5 जिलों के प्रदेश अध्यक्ष जाट हैं, जिनमें रोहतक, जींद, पलवल, सिरसा और चरखी दादरी शामिल है. यानी 45 में से 9 जाट चेहरे इस सूची में हैं. इसको लेकर राजनीतिक मामलों के जानकारी धीरेंद्र अवस्थी कहते हैं कि बीजेपी का फोकस नॉन जाट वोट बैंक पर है. उन्होंने कहा कि इसीलिए जहां प्रदेश में बीजेपी ने नॉन जाट सीएम के साथ साथ नॉन जाट प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, तो ऐसे में पदाधिकारी की सूची में जाटों को अधिक तरजीह नहीं दी गई है.