दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

हनुमान जन्मस्थान का विवाद : द्वारका पीठाधीश्वर शंकराचार्य पर टिप्पणी के बाद नासिक के शास्त्रार्थ सभा में हंगामा

भारतीय संस्कृति के देवता महाबली हनुमान के जन्मस्थान का विवाद सुलझाने बैठे संतों की सभा में सोमवार को हंगामा हो गया. महाराष्ट्र के नासिक में चल रहे शास्त्रार्थ सभा में द्वारका पीठाधीश्वर शंकराचार्य को कांग्रेस बताने पर जमकर हंगामा हुआ. इस सभा में हाथापाई की नौबत आ गई.

By

Published : May 31, 2022, 9:48 PM IST

नासिक : सनातन संस्कृति के देवता हनुमानजी का जन्मस्थान कहां है. अंजनेरी या किष्किंधा. गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक समेत कई राज्यों के संत दावा करते हैं कि हनुमानजी का जन्मस्थान उनके क्षेत्र में है. इसी विवाद को सुलझाने के लिए नासिक में महंत अनिकेत देशपांडे ने नासिक रोड स्थित अपने पीठ पर एक शास्त्रार्थ सभा का आयोजन किया. इस सभा में द्वारका पीठाधीश्वर शंकराचार्य पर टिप्पणी के बाद सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. जब महंत सुधीर पुजारी ने द्वारका पीठाधीश्वर शंकराचार्य को कांग्रेस का बताया तो गोविंद दास नाराज हो गए. इसके बाद गोविंद दास ने कहा कि सुधीर पुजारी को माफी मांगनी चाहिए. इसी बीच सुधीर पुजारी ने माइक से गोविंद दास पर हमला कर दिया. इसके बाद गोविंद दास को पुलिस ने एक कमरे में बंद कर दिया. इससे नाराज गोविंद दास ने कहा है कि वह बिना माफी मांगे नासिक नहीं छोड़ेंगे.

हनुमान जन्मस्थान का विवाद सुलझाने के लिए नासिक में हुई थी शास्त्रार्थ सभा.

जानकारी के अनुसार, शास्त्रार्थ सभा की शुरुआत में गोविंद दास और नासिक के साधु महंत के बीच कहासुनी हो गई. गोविंदानंद महाराज ने कुर्सी पर बैठे बिना चर्चा करने की मांग की. इससे कुछ देर के लिए भ्रम की स्थिति बनी रही. अंत में, गोविंद दास महाराज के बैठने और चर्चा करने के लिए सहमत होने के बाद बैठक शुरू हुई. शास्त्रार्थ के दौरान गोविंद दास ने दावा किया कि कर्नाटक में किष्किंधा पर्वत हनुमंत का जन्मस्थान है. इस संबंध में उन्होंने सबूत देने की बात कही. इससे अंजनेरी के ग्रामीण नाराज हो गए. इसके बाद अंजनेरी के अंजनी माता मंदिर में ग्रामीणों और संतों की बैठक हुई. यहां स्थानीय संतों ने दावा कि नासिक का अंजनेरी ही हनुमानजी की जन्मभूमि है. बैठक में हनुमानजी के जन्मस्थान से जुड़े विवाद को अदालती में ले जाने का फैसला लिया गया.

हालांकि, नासिक में महंतों और साधुओं में भी हनुमान की जन्मभूमि के बारे में अलग-अलग राय है. यहां के संतों ने जन्मस्थान के मुद्दे पर द्वारका के श्रृंगेरी में शंकराचार्य और रामजन्मभूमि ट्रस्ट के भक्तों से भी मुलाकात की. संतों ने आध्यात्मिक गुरुओं से 20-20 दिनों तक इस मुद्दे पर चर्चा की. उनकी सहमति से यह दावा किया गया कि हनुमान का जन्म गुजरात के डांग जिले की पहाड़ियों, नासिक के अंजनेरी, कर्नाटक के किष्किंधा या हरियाणा के किसी अन्य स्थान पर हुआ था. बता दें कि हनुमान जन्मभूमि के विवाद में आंध्रप्रदेश का तिरुपति देवस्थानम भी कूदा था. तिरुपति देवस्थान ने हनुमान जन्मभूमि के नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया था, जिसे अदालत में चुनौती दी गई थी. तिरुपति देवस्थान ने अदालत के आदेश के अनुसार एक कदम पीछे ले लिया है.

पढ़ें : Ram Mandir: सीएम योगी कल राम मंदिर के गर्भगृह की रखेंगे आधारशिला

ABOUT THE AUTHOR

...view details