सूरत: उत्तर प्रदेश के बाद अब गुजरात में धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है. सूरत के संतोष पढ़ारे अब्दुल्ला बन गए हैं. परिवार को इस बात की जानकारी 6 साल पहले हुई थी. आरोप है कि, संतोष को तरह-तरह के प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया गया था. अभी संतोष कहां है यह उसके परिवार को कोई जानकारी नहीं है, लेकिन जब अब्दुल्ला बने संतोष को परिजन पुलिस के जरिए उसे घर वापस ले आए थे. जिसके 5 महीने बाद वह बिना किसी को बताए घर से भाग गया था.
इस मामले में परिवार का आरोप है कि उसका जबरन धर्म परिवर्तन (Religious Conversion) कराया गया. सुरत के आजाद नगर स्लम इलाके में पढारे सालों से अपने 3 भाईयों के साथे रहता था. कम उम्र में ही अनाथ हो गए तीनों भाई गरीबी में जीवन यापन करने को मजबूर थे.
इसी बीच सबसे छोटा भाई संतोष 2013 में 16 साल की उम्र में लापता हो गया था. सालों की तलाश के बाद भी उसका कोई पता नहीं चला. 6 साल बाद अचानक संतोष ने अपने बड़े भाई को फोन किया और कहा कि वह संतोष से अब्दुल्ला बन गया है. यह सुनकर दोनों भाई सहम गए थे.
भाइयों का कहना है कि सन् 2013 में संतोष की उम्र करीब 16 साल थी.
जब संतोष ने अपने धर्म परिवर्तन के बाद पहली बार अपने भाई को फोन किया तो दोनों भाइयों ने उसे मनाने की बहुत कोशिश की और उसे सूरत वापस लाने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन अब्दुल्ला बना हुआ संतोष वापस नहीं आना चाहता था. इसी बीच दोनों भाइयों ने एक हिंदू संगठन के जरिए पुलिस से संपर्क किया. पुलिस उसे दिल्ली की एक मस्जिद से ले आई, लेकिन करीब 5 महीने बाद वह बिना किसी को बताए घर से भाग गया था.