राजकोट : महात्मा गांधी ने 1921 में असहयोग आंदोलन के दौरान 'राष्ट्रीय शाला' (National School) की स्थापना की थी. यह सौ साल पुराना भवन महात्मा गांधी की राष्ट्रीय धरोहर है. लेकिन अब इसके ट्रस्टियों ने फैसला किया है कि इस स्कूल को एक निजी अस्पताल को लीज पर देकर यहां कोविड केयर सेंटर शुरू किया जाए.
कोविड सेंटर में होगी ऑक्सीजन और वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था
राजकोट में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. जिसकी वजह से अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के लिए बेड को लेकर समस्या है. यहां तक कि निजी अस्पतालों में भी बेड की कमी नजर आने लगी है. यही वजह है कि राष्ट्रीय शाला का प्रार्थना कक्ष कोविड हॉस्पिटल में तब्दील किया जाएगा. इस अस्पताल में 25 अक्सीजन बेड और वेंटिलेटर के साथ चार बेड उपलब्ध कराए जाएंगे. यह अस्पताल गुरुवार या शुक्रवार से खुल जाएगा.