नई दिल्ली:सरकार ने कोयला वैगनों को प्राथमिकता देते हुए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है. एक आदेश में कहा गया कि कोयला वैगनों के लिए प्राथमिकता वाले मार्गों और तेजी से बदलाव सुनिश्चित करने के लिए 657 मेल/एक्सप्रेस/यात्री ट्रेन सेवाओं को रद्द करने का निर्णय लिया है. कुल 533 कोयला रेक ड्यूटी पर लगाए गए हैं. बिजली क्षेत्र के लिए कल 427 रेकों का लदान किया गया. 1.62 मिलियन टन कोयला बिजली क्षेत्र के लिए लोड किया गया है.
बिजली संकट: कोयला ढुलाई में आयेगी तेजी, सरकार ने रद्द कीं 657 ट्रेनें - राज्यों में बिजली संकट
कोयला वैगनों के लिए प्राथमिकता वाले मार्गों को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने 657 मेल/एक्सप्रेस/यात्री ट्रेन सेवाओं को रद्द करने का निर्णय लिया है.
कोयला संकट बोले मंत्री:बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि रूस से गैस की आपूर्ति ठप हो गई है. हालांकि थर्मल पावर प्लांट में 21 मिलियन टन कोयले का स्टॉक है. जो दस दिन के लिए काफी है. कोल इंडिया को मिलाकर भारत के पास कुल 30 लाख टन का स्टॉक है. ये 70 से 80 दिन का स्टॉक है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में, 2.5 बिलियन यूनिट की दैनिक खपत के मुकाबले लगभग 3.5 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होता है. हालांकि, पिछले दिनों में गर्मी के साथ साथ बिजली की मांग भी बढ़ी है.