नयी दिल्ली :आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर देश में पर्यटन क्षेत्र को गति देने के लिए वैश्विक सुविधाओं के साथ 20 अति विशिष्ट पर्यटक स्थलों (आइकॉनिक साइट) का मॉडल के तौर पर विकास किया जाएगा. इसके अलावा देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 100 स्मार्ट पर्यटक स्थल भी विकसित किए जाएंगे. यह प्रस्ताव नई राष्ट्रीय पर्यटन नीति के मसौदे में किया गया है. पर्यटन मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार इस मसौदा नीति में राज्यों के सुझावों को भी शामिल किया गया है.
देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई राष्ट्रीय पर्यटन नीति के मसौदे को जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा. अति विशिष्ट पर्यटक स्थल (आइकॉनिक साइट) की योजना में स्मारकों व स्थलों का विकास विश्व स्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में करने की बात कही गई है, ताकि उन्हें मॉडल के रूप में पेश किया जा सके. इनके आस-पास पर्यटन की दृष्टि से समग्र विकास किया जाना है. इसमें सड़क, आधारभूत संरचना, होटल, लॉज, सम्पर्क आदि से संबंधित काम शामिल है. इसके साथ ही स्मार्ट पर्यटक स्थल के रूप में उन स्थानों में ऐसी सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक विदेशी एवं घरेलू पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके. पर्यटन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय पर्यटन नीति के मसौदे को राज्यों एवं अन्य पक्षकारों के साथ साझा किया गया था. इस पर राज्यों की ओर से कई सुझाव प्राप्त हुए.
कैबिनेट की मंजूरी के लिए होगा पेश
उन्होंने बताया कि इन सुझावों के अनुरूप मसौदा नीति में संशोधन करके उसे फिर से राज्यों को भेजा गया था. इसके बाद मसौदे को जल्द ही इसे मंजूरी के लिए कैबिनेट में पेश किया जाएगा. देश में इससे पहले राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2002 में आई थी. हालांकि व्यापक एवं एक दूसरे से जुड़ी वैश्विक गतिविधि और विकास तथा पर्यटन क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए एक नई राष्ट्रीय पर्यटन नीति की जरूरत महसूस की गई. मसौदे में कहा गया है कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आइकॉनिक साइट योजना के तहत 20 स्थलों का विकास किया जाएगा. वित्त वर्ष 2020-21 के बजट में आइकॉनिक साइट के विकास का प्रस्ताव किया गया था.