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ईटीवी भारत पर देखें देश के प्रथम रैपिड रेल की पहली झलक, मार्च 2023 में भरेगी रफ्तार - ग़ाज़ियाबाद में रैपिड रेल के मॉडल कोच

देश की पहली रैपिड रेल का काम रफ्तार पकड़ रहा है. मार्च 2023 में साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच 5 स्टेशनों (साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो) के प्रायोरिटी सेक्शन पर रैपिड रेल का संचालन शुरू होगा.

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Published : Mar 16, 2022, 7:00 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद:देश की पहलीरैपिड रेल का काम रफ्तार पकड़ रहा है. मार्च 2023 में साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच 5 स्टेशनों (साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो) के प्रायोरिटी सेक्शन पर रैपिड रेल का संचालन शुरू होगा. नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर विनय कुमार सिंह ने गाजियाबाद के दुहाई डिपो पर रैपिड रेल के मॉडल कोच का अनावरण करके इसकी खासियत के बारे में जानकारी दी.

NCRTC के एमडी विनय कुमार सिंह ने बताया कि देश की पहली RRTS परियोजना की शुरुआत के बाद से हमने हमेशा यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता दी. पूरा इन्फ्रास्ट्रक्चर यात्रियों के लिए आसानी से पहुंच और यात्रा की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है. यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अल्ट्रा-आधुनिक RRTS ट्रेनों में एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई 2x2 ट्रांसवर्स सीटिंग, आरामदायक स्टैंडिंग स्पेस, लगेज रैक, CCTV कैमरा, लैपटॉप और मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप, इंफोटेनमेंट सिस्टम, रोशनी आधारित ऑटोमैटिक प्रकाश व्यवस्था जैसी सुविधाएं होंगी. वातानुकूलित RRTS ट्रेनों में मानक के साथ-साथ प्रीमियम क्लास (प्रति ट्रेन एक कोच) के साथ-साथ एक कोच महिला यात्रियों के लिए आरक्षित होगा.

ईटीवी भारत पर देश के प्रथम रैपिड रेल की पहली झलक, मार्च 2023 में भरेगी रफ्तार

भारत में निर्मित हो रही है पहली रैपिड रेल
मेक इन इंडिया के तहत RRTS के लिए 100% ट्रेन सेट भारत में निर्मित किए जा रहे हैं. ट्रेनों का निर्माण गुजरात के सावली में स्थित एल्सटॉम कारखाने में किया जा रहा है. इस साल NCRTC दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर के प्रॉयोरिटी सेक्शन पर ट्रायल रन शुरू करेगा.

180 किलो मीटर/घंटा की रफ्तार
RRTS में 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली ट्रेनें हर 5-10 मिनट में उपलब्ध होंगी. रैपिड ट्रेनें एक घंटे में करीब 100 किमी की दूरी तय करेंगी. पहले RRTS कॉरिडोर के लिए कुल 210 कोच (40 ट्रेन सेट) की डिलीवरी होगी. इसमें दिल्ली गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर क्षेत्रीय परिवहन सेवाओं के संचालन और मेरठ में स्थानीय ट्रांजिट सेवा के लिए ट्रेन सेट भी शामिल हैं.

82 किलो मीटर लंबा दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर
82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर पर काम तेजी से चल रहा है. 14 हजार से अधिक कर्मचारी और 1100 से अधिक इंजीनियर दिन-रात निर्माण कार्य में लगे हुए हैं. NCRTC ने एलिवेटेड सेक्शन की नींव के काम का करीब 80 फीसदी हिस्सा पूरा कर लिया है. अब तक करीब 40 किमी रेल खंड पर 1400 से अधिक स्ट्रेच और 18 किमी पुल का निर्माण किया जा चुका है. जिनमें अधिकांश प्रायोरिटी सेक्शन में हैं.

मार्च 2023 में होगा शुरू होगा 17 किमी का प्रायोरिटी सेक्शन
अधिकारियों के मुताबिक साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलो मीटर के प्रायोरिटी सेक्शन को मार्च 2023 तक और पूरे कॉरिडोर को 2025 तक चालू करने का लक्ष्य रखा गया है. प्रायोरिटी सेक्शन (जिसमें कुल 5 स्टेशन हैं) पर सिविल वर्क पूरा होने वाला है. प्रायोरिटी सेक्शन में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो शामिल हैं. जिस पर संचालन शुरू किया जाएगा.

RRTS कॉरिडोर में दिल्ली से मेरठ तक होंगे 25 स्टेशन

82 किलोमीटर के दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन होंगे. RRTS मेरठ से दिल्ली तक यात्रा के समय को 60 मिनट से कम कर देगा. दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर से हर साल करीब दो लाख पचास हजार टन कार्बन-डाईऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आने का अनुमान है.

•••रैपिड रेल की विशेषताएं•••
• ट्रेन को एयरोडायनेमिक प्रोफाइल दिया गया है
• एर्गोनॉमिक डिज़ाइन की 2X2 ट्रांसवर्स सीटिंग
• ओवरहेड लगेज रैक और कुशन वाली सीटें
• हर ट्रेन में एक प्रीमियम क्लास कार होगी
• ज्यादा लेग रूम, कोट हैंगर व चौड़ी सीटें
• महिलाओं के लिए एक कोच आरक्षित
• यात्रियों के लिए वाई-फाई की व्यवस्था
• इमरजेंसी के लिए स्ट्रेचर की व्यवस्था
• इंडोर और आउटडोर सर्विलांस सिस्टम
• फायर डिटेक्शन सिस्टम से लैस होगी ट्रेन
• हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग USB पोर्ट
• दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की जगह

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