नई दिल्ली/गाजियाबाद:देश की पहलीरैपिड रेल का काम रफ्तार पकड़ रहा है. मार्च 2023 में साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच 5 स्टेशनों (साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो) के प्रायोरिटी सेक्शन पर रैपिड रेल का संचालन शुरू होगा. नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर विनय कुमार सिंह ने गाजियाबाद के दुहाई डिपो पर रैपिड रेल के मॉडल कोच का अनावरण करके इसकी खासियत के बारे में जानकारी दी.
NCRTC के एमडी विनय कुमार सिंह ने बताया कि देश की पहली RRTS परियोजना की शुरुआत के बाद से हमने हमेशा यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता दी. पूरा इन्फ्रास्ट्रक्चर यात्रियों के लिए आसानी से पहुंच और यात्रा की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है. यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अल्ट्रा-आधुनिक RRTS ट्रेनों में एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई 2x2 ट्रांसवर्स सीटिंग, आरामदायक स्टैंडिंग स्पेस, लगेज रैक, CCTV कैमरा, लैपटॉप और मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप, इंफोटेनमेंट सिस्टम, रोशनी आधारित ऑटोमैटिक प्रकाश व्यवस्था जैसी सुविधाएं होंगी. वातानुकूलित RRTS ट्रेनों में मानक के साथ-साथ प्रीमियम क्लास (प्रति ट्रेन एक कोच) के साथ-साथ एक कोच महिला यात्रियों के लिए आरक्षित होगा.
भारत में निर्मित हो रही है पहली रैपिड रेल
मेक इन इंडिया के तहत RRTS के लिए 100% ट्रेन सेट भारत में निर्मित किए जा रहे हैं. ट्रेनों का निर्माण गुजरात के सावली में स्थित एल्सटॉम कारखाने में किया जा रहा है. इस साल NCRTC दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर के प्रॉयोरिटी सेक्शन पर ट्रायल रन शुरू करेगा.
180 किलो मीटर/घंटा की रफ्तार
RRTS में 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली ट्रेनें हर 5-10 मिनट में उपलब्ध होंगी. रैपिड ट्रेनें एक घंटे में करीब 100 किमी की दूरी तय करेंगी. पहले RRTS कॉरिडोर के लिए कुल 210 कोच (40 ट्रेन सेट) की डिलीवरी होगी. इसमें दिल्ली गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर क्षेत्रीय परिवहन सेवाओं के संचालन और मेरठ में स्थानीय ट्रांजिट सेवा के लिए ट्रेन सेट भी शामिल हैं.