नई दिल्ली : जी-20 शिखर सम्मेलन की घड़ी आ गई. कुछ अतिथि आ चुके हैं, और कुछ आज रात तक पहुंच जाएंगे. नई दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडमपम भवन में बैठक का आयोजन किया गया है. अतिथियों के स्वागत के लिए तरह-तरह के व्यंजनों और पकवानों का इंतजाम है. रिपोर्ट के मुताबिक करीब 400 तरह के डिश परोसे जाएंगे. 700 से ज्यादा शेफ हर समय मौजूद रहेंगे. फूड सेफ्टी का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
इसके लिए बाकायदा फूड सेफ्टी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की गई है. ये सभी अधिकारी सभी 23 पांच सितारा होटलों और भारत मंडपम भवन में इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों की निगरानी कर रहे हैं. फूड को तैयार करने में जिन आइटमों की जरूरत होती है, उनके नमूनों की जांच की जा रही है. रैंडम चेकिंग भी की जा रही है. साथ ही साफ-सफाई को लेकर कर्मचारियों को विशेष हिदायतें दी जा रहीं हैं.
सभी शेफ फाइव स्टार होटल के हैं. यहां तक कि चाय और ब्रेकफास्ट भी वही तैयार करेंगे. भारत मंडपम भवन के एक कोने में भी स्पेशल किचन का इंतजाम किया गया है. यहां से फूड को सर्व किया जाएगा. इसे चांदी के बर्तनों में अतिथियों को उपलब्ध करवाया जाएगा.
अलग-अलग प्रकार के व्यंजनों में कुछ आइटम मिलेट से भी जुड़े हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिलेट की खेती को लगातार बढ़ावा दे रहे हैं. साथ ही कुट्टू के नूडल्स और रागी के डिम सम का भी प्रबंध किया गया है.
शाकाहारी और मांसाहारी दोनों ही भोजन उपलब्ध होंगे. अतिथियों के लिए जापान से खास सालमन मछली और ऑक्टोपस को मंगाया गया है. ये तो हुई भारत मंडपम के इंतजाम की बात. इसी तरह से होटल में भी अलग व्यवस्था की गई है. वहां पर भी भोजन के सभी आइटम उपलब्ध रहेंगे.
सांस्कृति कार्यक्रम - मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 78 संगीत वादक मौजूद रहेंगे. वे शाम के छह बजे से रात के नौ बजे तक भारत मंडपम में सांस्कृति कार्यक्रमों की शोभा बढ़ाएंगे. इनमें हिंदुस्तानी, कर्नाटक और लोक संगीत के वाद्य यंत्र भी रहेंगे. शास्त्रीय संगीत गायन भी होगा. अलग-अलग वाद्ययंत्रों में रुद्र वीणा, सरस्वती वीणा, विचित्र वीणा, जलतरंग, नलतरंग, सुरबहार वगैरह रहेंगे. एक प्रस्तुति 'मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा' गाने की भी होगी. जी20 का थीम सॉंग भी प्रस्तुत किया जाएगा.
शिल्प और कला का खास प्रदर्शन - देश के लगभग सभी राज्यों के शिल्प और कला का प्रदर्शन किया जाएगा. इसके लिए उद्योग आयोग, खादी ग्रामोद्योग और सरस आजीविका को विशेष जिम्मेदारी दी गई है. शिल्पकारों के कामों को मंच दिया गया है. इस दौरान वे अपनी कला का कौशल सबको दिखाएंगे. उम्मीद की जा रही है कि कुछेक को ऑर्डर भी मिल जाए.
भारत डिजिटल के क्षेत्र में जिस तरीके से प्रगति कर रहा है, उसकी शक्ति का भी एक नमूना वहां पर प्रस्तुत किया जाएगा. इनमें यूपीआई विशेष रूप से उल्लिखत किया गया है. यह एकीकृत भुगतन इंटरफेस है. साथ ही रूपे कार्ड को भी दिखाया जाएगा. पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म और सेंट्रल बैंक डिजिटल मुद्रा को भी सबको दिखाया जाएगा. पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म का मतलब है कि किस तरह से केसीसी और छोटे लोन के लिए डिजिटल तरीके से किस तरह से काम किया जाता है, उसकी प्रदर्शनी होगी.
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