नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि जी20 महिलाओं के सशक्तिकरण में बड़ी भूमिका निभा सकता है. उन्होंने जी 20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए इस बात का भी उल्लेख किया कि मानव को सशक्त बनाने और पृथ्वी को अधिक समावेशी एवं टिकाऊ बनाने पर कैसे सामूहिक रूप से विचार किया जा सकता है. उन्होंने भारतीय नागरिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भारत द्वारा प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किए जाने का भी जिक्र किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि शिखर सम्मेलन के "वन फैमिली" सत्र में उन्होंने युवाओं के विकास को आगे बढ़ाने और कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करने के तरीकों पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला जैसे क्षेत्रों में विश्वास और पारदर्शिता की भावना कैसे बढ़ाई जाए. भारत समग्र स्वास्थ्य और कल्याण को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्ध है. जी20 महिलाओं के सशक्तीकरण को आगे बढ़ाने में भी बड़ी भूमिका निभा सकता है." प्रधानमंत्री का कहना है, "जी20 शिखर सम्मेलन के ‘एक कुटुंब’ सत्र में मानव को सशक्त बनाने और हमारे ग्रह को अधिक समावेशी और साथ ही टिकाऊ बनाने के बारे में सामूहिक रूप से कैसे सोचा जाए, इस पर विस्तार से चर्चा की गई.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात का उदाहरण दिया गया कि कैसे हमारे नागरिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया गया है."
बता दें कि नई दिल्ली में आयोजित हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की पहचान 'भारत' का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता के तौर पर पेश की गई है. मोदी ने जब शिखर सम्मेलन को संबोधित किया, उस समय उनके सामने रखी नाम पट्टिका पर ‘भारत’ लिखा था. मोदी ने 55 देशों वाले अफ्रीकी संघ का जी20 में स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम इस समूह को और समावेशी बनाएगा. मोदी ने कहा, "मैं जी20 परिवार के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ का स्वागत करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं. इससे जी20 मजबूत होगा और ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज भी मजबूत होगी."