मोतिहारी:पूर्वी चंपारण जिला के पिपरा थाना क्षेत्र स्थित महुआवा गांव के रहने वाले पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद हत्याकांडमें पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. एसपी के अनुसार जीतू प्रसाद के मोबाइल में कई सबूत मिले हैं. इन सबूतों को देखने पर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसने खुद अपनी मौत की कहानी रची थी.
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पूर्व पंचायत समिति सदस्य हत्याकांड में आया नया मोड़:एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने बताया कि अभी तक के अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि जीतू प्रसाद ने खुद अपनी आत्महत्या की प्लानिंग की थी और मौत के पहले एक वीडियो बनाया था. वीडियो में उसने अपनी जान को खतरा बताते हुए स्थानीय विधायक समेत तीन लोगों का नाम लिया था. हालांकि,पुलिस अन्य बिन्दुओं पर भी जांच कर रही है.
"इस बात का खुलासा तब हुआ जब मृतक जितेंद्र प्रसाद का एंड्रायड मोबाइल हमारे हाथ लगा. 10 जुलाई की सुबह पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद का शव तालाब से बरामद हुआ था. मामले में जितेंद्र प्रसाद की पत्नी ने तीन लोगों को नामजद करते हुए एक प्राथमिकी दर्ज करायी थी."- कांतेश कुमार मिश्रा, एसपी
गूगल क्रोम में सर्च किए गए थे आत्महत्या के तरीके: एसपी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद सदर एएसपी आईपीएस श्रीराज के नेतृत्व एक स्पेशल टीम का गठन किया गया. घटना के तीसरे दिन मृतक का मोबाइल बरामद हुआ. जब उसके मोबाइल को खंगाला गया और गूगल क्रोम की जांच की गई तो उससे पता चला कि उसने आत्महत्या करने के कई तरीको को सर्च किया था.
मौत से एक दिन पहले घर के पास बैठकर बनाया था वीडियो:कान्तेश कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि उसने अपने मोबाइल से सर में गोली मारने के बाद कितनी देर में मौत होती है और मौत आने पर क्या होता है, इस तरह की बातों को सर्च किया था. जितेंद्र प्रसाद ने जो वीडियो बनाया था वह मौत से एक दिन पहले 5 बजकर चार मिनट पर घर के पास बैठकर बनाया था. जबकि घटना के बाद से ही तालाब से सुराग की तालाश के लिए प्रत्येक दिन गोताखोरों की मदद से उसे खंगाला जा रहा था. घटना के चौथे दिन तालाब से एक देशी कट्टा मिला, जिसमें फायर कारतूस का खोखा था.
आत्महत्या से पहले पूरी रात सोया नहीं : एसपी के अनुसार पूछताछ में पता चला कि जिस दिन उसने आत्महत्या की थी उस रात वह सोया नहीं था. सुबह में लगभग चार बजे वह घर से निकला था. वह अपने एक मित्र के घर पर रोज चाय पिया करता था, लेकिन उस दिन वह उनके यहां नहीं गया. प्रत्येक दिन भुजा खाने के बाद चाय पिया करता था. घटना से एक दिन पहले शाम में उसने केवल चाय पी. पूछा गया तो बोला कि तबीयत ठीक नहीं है.
कुड़िया तेलियाबाड़ी तालाब से पूर्व पंचायत समिति सदस्य का मिला था शव NH पर लगे कैमरे में कैद हुई तस्वीर: एनएच पर लगे कैमरे में जितेंद्र प्रसाद घटना वाली सुबह अकेले तालाब की तरफ जाते हुए दिखाई दे रहा है. तालाब किनारे एक जगह रखा हुआ उसका चप्पल मिला. वहीं दूसरी जगह पर मोबाइल रखा गया था. एसपी कांतेश कुमार मिश्रा के अनुसार अब तक की जांच में यह बात सामने आया है कि जितेंद्र ने आत्महत्या की है.
"उसके द्वारा इस कदम को उठाने के लिए किसने उकसाया? किसके द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा था? किससे तंग आकर उसने आत्महत्या की? इन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. हालांकि,जांच में यह बात सामने आयी है कि मृतक पैसे को लेकर काफी परेशान था और उसके ऊपर कई लोगों का कर्ज था."- कांतेश कुमार मिश्रा, एसपी
10 जुलाई को मिला था शव:बता दें कि 10 जुलाई को जिला के पिपरा थाना क्षेत्र में महुआवा गांव के समीप स्थित कुड़िया तेलियाबाड़ी तालाब से पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद का शव बरामद हुआ था. मृतक के परिजन हत्या करके तालाब में शव फेंके जाने की बात बता रहे थे. घटना से आक्रोशित परिजनों के साथ ग्रामीणों ने एनएच 28 को लगभग एक घंटे तक जाम रखा था.
पत्नी ने बीजेपी विधायक समेत तीन पर कराया था FIR: मृतक का शव का सर क्षत विक्षत अवस्था में था. घटना को लेकर मृतक की पत्नी ने स्थानीय भाजपा विधायक श्यामबाबू यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. यह कांड काफी चर्चित रहा था और जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी मृतक परिवार से मिलने आए थे.