जमुई:जसीडीह झाझा रेलखंड के मध्य पोल संख्या 351/5 -7 के बीच शुक्रवार की सुबह एक बड़ा हादसाटल गया. दरअसल कटोरवा ब्रिज के पास अप ट्रैक के ऊपर लगा ओवरहेड तार अचानक टूट गया. टूटा हुआ तार जमीन के सम्पर्क में आ गया, जिससे ट्रैक किनारे आग लग गई.
बिहार में बड़ा ट्रेन हादसा टला:ट्रैक किनारे आग की लपटें देखने के लिए हड़ाहर, अम्बारायडीह और लीलावरण के दर्जनों ग्रामीण मौके पर जमा हो गए. तभी 18419 पुरी जयनगर साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन आते देख सभी लोग अनहोनी की आशंका से डर गए. ट्रेन को रोकने के लिए ट्रैक किनारे से सभी लोग मिलकर शोर मचाने लगे, लेकिन ट्रेन की गति इतनी तेज थी कि जब तक ट्रेन के चालक और गार्ड को कुछ समझ में आता तब तक ट्रेन आग के लपटों के बीच टूटे तार को पार कर चुकी थी. इस दौरान यात्रियों ने अपनी आपबीती सुनाई.
"हम पुरी से बरौनी जा रहे हैं. तार टूटने के कारण अचानक बिजली सप्लाई बंद हो गई, ट्रेन आगे आकर रुक गई."- चंद्र भूषण राय,यात्री
"मैं अपनी पत्नी मीनू शर्मा के साथ भुवनेश्वर से झाझा ऐसी 3 कोच 06 में सवार होकर जा रहे थे. अचानक बिजली सप्लाई बंद हो गयी. उठकर देखा तो ट्रैक किनारे ओवरहेड तार लटक रहा था और चारों ओर धुंआ ही धुंआ था. हालांकि ट्रेन में कोई झटका महसूस नहीं हुआ."-संजय शर्मा, रेल यात्री
हादसे का शिकार होने से बची पुरी-जयनगर एक्सप्रेस कटोरवा ब्रिज के पास अप ट्रैक पर लगी आग: ट्रेन में अचानक ब्रेक लगाने व ट्रैक किनारे से आग की लपटें देख सभी यात्री घबरा गए और ट्रेन रुकते ही सभी यात्री ट्रेन से उतर गए. इस ट्रेन में कुल 18 कोच थे जबकि यात्री करीब 1500 से अधिक सवार थे. ट्रेन रुकने के बाद यात्रियों को पता चला कि टूटे तार के कारण आग लगी है. गनीमत रही कि ट्रेन पर सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं और एक बड़ा हादसा होने से टल गया.
आग के बीच से गुजर गई ट्रेन: लोगों के शोर मचाने के बाद जब तक खतरे का इशारा समझ में आया तब तक ट्रेन घोड़ापारण जंगल पहुंच चुकी थी. घटना की सूचना नव पदस्थापित स्टेशन प्रबंधक अखिलेश कुमार को दी गई. जिसके बाद जसीडीह, झाझा और मधुपुर से पावर बैगन मशीन को बुलाया गया और घटनास्थल पर पहुंचकर तार मरम्मती कार्य युद्धस्तर पर शुरू कराया गया.
ओवरहेड तार की मरम्मती करने में लगे पांच घंटे शॉर्ट सर्किट से तार टूटने की आशंका: जिस स्थान पर ओवर हेड तार गिरा हुआ था, उसी स्थान पर एक बंदर मरा पड़ा था. रेलवे कर्मचारी व यात्रियों का अनुमान है कि बंदर तार के चपेट में आ गया होगा, जिसके कारण शॉट सर्किट होने से तार टूटा है. जंगल में ट्रेन रुकने के कारण यात्रियों में भय का माहौल बना हुआ था. सभी यात्री भयभीत नजर आए. ट्रेन का चालक आर बेसरा, उपचालक प्रकाश कुमार और गार्ड जावेद इकबाल मीडिया को कुछ भी बताने के बचते दिखे.
5 घंटे बाद परिचालन सामान्य: कटोरवा ब्रिज के पास ओवरहेड तार टूटने से करीब पांच घंटे तक अप ट्रैक पर ट्रेन परिचालन बाधित रहा. घटना के बाद ओवर हेड तार को युद्धस्तर पर दुरुस्त करने का काम शुरू हुआ और लगभग पांच घंटे में तार की मरम्मती कर ली गई. उसके बाद परिचालन शुरू हो सका.
आग के बीच से गुजरी ट्रेन, यात्रियों में दहशत इन ट्रेनों के परिचालन पर असर:तार टूट जाने के कारण हावड़ा मोकामा एक्सप्रेस ट्रेन दोपहर 01:00 बजे तक सिमुलतला स्टेशन पर खड़ी रही. जबकि हटिया पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस जसीडीह स्टेशन पर खड़ी रही. हटिया पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन सिमुलतला 12:10 बजे पहुंची और 01:15 बजे सिमुलतला से खुली. जबकि अन्य ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रही.
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