वाराणसी: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण तीन दिवसीय दौरे पर वाराणसी में हैं. इस दौरान वह लगातार धार्मिक यात्रा कर रही हैं. इसी कड़ी में रविवार सुबह 12 बजे वह काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयोजित काशी तमिल संगमम में पहुंचीं, जहां उन्हें तमिल में लिखी हुई गीता और काशी के रिश्ते को दर्शाता हुआ प्रतीक चिन्ह दिया गया.
वित्त मंत्री ने संगमम में लिया भाग, छात्रों संग किया संवाद
संगमम में सुबह लगभग 11 बजे निर्मला सीतारमण पहुंची, जहां पुष्प गुच्छ और स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत हुआ. इस दौरान कार्यक्रम में दक्षिण भारतीय मेहमानों ने स्वागत करते हुए कहा कि, इस संगमम से एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना साकार हो रही है. तमिल के लोग काशी के संस्कति को जान और पहचान रहे हैं. कार्यक्रम का आयोजक पंडित चमू कृष्ण शास्त्री बताते हैं कि, यह बेहद खास मौका है. जब वित्त मंत्री उनके बीच में मौजूद है. उन्होंने बताया कि, उनका आना इस संगठन की शोभा को और बढ़ा रहा है. बीते दिन जहां वह काशी की गलियों में घूमे थी, तो वहीं आज संगमम में उन्होंने काशी तमिल के मंदिरों के ऊपर चर्चा की और कैसे दोनों संस्कृतियों को और मजबूत बनाया जा सके.
काशी तमिल संगमम में पहुंचीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण. यथार्थ गीता का किया विमोचन
उन्होंने बताया कि, आज कार्यक्रम में वित्त मंत्री को यथार्थ गीता भेंट की गई है, जिसका उन्होंने भी विमोचन किया है. संगमम के बाद वित्त मंत्री काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आर्किटेक्चर एंड अदर हेरिटेज फॉर्म इन आईकेएएस पर एक सेमिनार में पहुंची, जहां स्वतंत्रता भवन में वाणिज्य विभाग के पूरा छात्रों संग संवाद किया.
शंकर नेत्रालय का करेंगी भूमि पूजन
वहीं, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण दोपहर 2:00 से 3:00 बजे तक तुलसी पट्टी गांव में शंकर आई हॉस्पिटल के भूमि पूजन में सम्मिलित होंगी. इसके पश्चात शाम 5 बजे से पुनः बीएचयू एम्फी थिएटर में आयोजित काशी तमिल संगम में होने वाले सांस्कृतिक संध्या का भी हिस्सा बनेंगी. इसके बाद रात 10:30 बजे वह दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगी.
काशी की गलियों में घूमी वित्त मंत्री, बाबा विश्वनाथ का लिया आशीर्वाद
गौरतलब है कि, वित्त मंत्री शनिवार को सुबह 8:00 बजे से विभिन्न स्थानीय कार्यक्रमों में शिरकत की. सबसे पहले उनका काफिला शहर में तमिल प्रभाव के प्रमुख मंदिरो को ओर गया, जिसमें उन्होंने विशालाक्षी मंदिर, कुमार स्वामी मठ, चक्र लिंगेश्वर मठ और शिव मादाम मंदिर का भ्रमण किया. इसके पश्चात वह हनुमान घाट गई. वहां के लोगों से मुलाकात की. इस दौरान वित्त मंत्री ने बोट के द्वारा काशी के घाटों का दीदार किया. काशी दर्शन के बाद उन्होंने 200 वर्षो की पूरानी परम्परा में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. वो नगरकोट्टई क्षत्रम के सदस्यों के साथ गलियों का भ्रमण कर बाबा के दरबार पहुंची, जहां उन्होंने विधि विधान से पूजन अर्चन किया.
10 दिसंबर को है विदेश मंत्री का वाराणसी दौरा
गौरतलब है कि, वित्त मंत्री के साथ तमिलनाडु तेन काशी जिले के काशी विश्वनाथ मंदिर की 30 वर्षों से अधिक सेवा करने वाले 4 लोग भी वित्त मंत्री के साथ जुड़ेंगे. काशी के घाट और प्रमुख तमिल मंदिरों के बारे में भी जानकारी लेंगे. इसी क्रम में काशी तमिल संगमम में भाग लेने के लिए आगामी 10 दिसंबर को विदेश मंत्री एस जयशंकर भी आएंगे, जहां वह संगमम में भी जुड़ेंगे. उसके साथ ही शहर के दूसरे कार्यक्रमों में भी भाग ले सकते हैं. उनकी आने की पुष्टि पर जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है.
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