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बेटी की शादी में एक लाख का चालान कटा, पिता की सदमे से मौत

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Published : May 22, 2021, 4:32 PM IST

Updated : May 22, 2021, 4:51 PM IST

कोरोना गाइडलाइन का पालन कर अपनी बेटी की शादी कर रहे अड़ीला गांव निवासी बृजमोहन मीणा का एक लाख का चालान काट दिया और चालान भरने के तीसरे दिन उसकी सदमें से मौत हो गई.

सख्ती ने ली जान
सख्ती ने ली जान

बूंदी(राजस्थान): कोरोना संक्रमण के मौजूदा दौर में राज्य सरकारों ने कई तरह की पाबंदियां लगा रखी है. जिनका उल्लंघन करने पर जुर्माने से लेकर सजा तक का प्रावधान है. सरकार ने ये पाबंदियां या सख्ती इसलिये अख्तियार की है ताकि जनता को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके लेकिन अगर यही नियम कायदे और सख्ती किसी की मौत की वजह बन जाए तो ऐसे नियम कायदों और पाबंदियों का क्या फायदा

सख्ती ने ली जान

1 लाख का लगा था जुर्माना

राजस्थान में प्रशासन की लाख सख्तियों के बीच शादी और फिर भारी भरकम जुर्माने के बीच एक गरीब किसान इतना पिस गया कि सदमें में उसकी मौत हो गई. जिसके बाद प्रशासन की सख्ती सवालों में है. बूंदी जिले के अड़ीला गांव के ब़जमोहन मीणा ने अपनी बेटी की शादी की सारी तैयारियां कर रखी थी, मंडप सजा हुआ था लेकिन प्रदेश सरकार ने 30 मई तक शादियों पर प्रतिबंध लगा रखा है. गाइडलाइन की पालना नहीं होने की भनक प्रशासन को लग गई. जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने एक लाख रुपए का चालान बनाकर लड़की के पिता को थमा दिया.

चालान

17 मई को चालान भरा, 20 मई को मौत

चालान मिलने के बाद बृजमोहन मीणा ने प्रशासन के दबाव के चलते 17 मई को चालान की राशि जमा करवाई और 20 मई को 59 साल के बृजमोहन मीणा की सदमे से मौत हो गई. जिस पर मृतक की पत्नी व परिजनों ने ग्रामीणों के साथ अंतिम संस्कार करने के बाद जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा और आर्थिक सहायता कि मांग की.

बृजमोहन मीणा

बृजमोहन मीणा की पत्नी के मुताबिक...

ज्ञापन में बताया गया कि 14 मई 2021 को मेरी छोटी पुत्री इन्द्रा बाई की शादी कोरोना गाइडलाइन के अनुसार हो रही थी. जिसमे कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन किया जा रहा था. सभी व्यक्ति मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी कर रहे थे. नियमानुसार निर्धारित संख्या में ही सदस्य मौजूद थे. उस समय वहां परिवार के ही 7 व्यक्ति भोजन कर रहे थे. इस दौरान पाटन उपखंड अधिकारी और उनकी टीम घर पर आए. टीम के आने से गांव वाले इक्कठा होने लगे, जो किसी भी गांव में आम बात है.

पत्नी ने सौंपा ज्ञापन

ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि उस इक्कठी हुई भीड़ का वीडियो बनाकर उपखंड अधिकारी ने मेरे पति के नाम पर एक लाख का चालान बना दिया और प्रताड़ित करते हुए मुकदमे की धमकी भी दी. मेरे पति की तबीयत पहले से ही खराब चल रही थी. इस प्रकरण को देखकर तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई. इसके बाद प्रशासन ने बार-बार चालान की राशि जमा करवाने के लिए दबाव बनाया.

चालान भरने के लिए गिरवी रखी जमीन

बृजमोहन मीणा की पत्नी ने ज्ञापन में बताया कि मैं गरीब परिवार से हूं. घर में शादी थी, मेरे पति भी बीमार चल रहे थे, अब इस परिस्थिति में चालान की राशि जमा करना बहुत मुश्किल था. स्थिति इतनी खराब थी कि मेरे पति ने अपना इलाज ना करवा कर, हमारी जमीन गिरवी रख कर 17 मई सोमवार को 2021 को चालाने के एक लाख रूपये उपखंड कार्यालय में जमा करवाए. जिसके बाद इलाज के अभाव और सदमे के कारण दिनांक 20 मई, गुरुवार को उनकी मौत हो गई. परिवार के मुखिया की मृत्यु के कारण परिवार के ऊपर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिवार की आर्थिक स्थिति पहले ही खराब थी.

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Last Updated : May 22, 2021, 4:51 PM IST

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