जयपुर :चूरू जिले के साहवा में लोगों ने जिन हाथों से अपने आशियाने को सजाया-संवारा उन्हीं हाथों से लोग अब इन आशियानों को मिटा रहे हैं. करीब 300 परिवारों को घर से बेघर होना पड़ रहा है. रोते-बिलखते परिवारों की तस्वीरें सामने आ रही हैं.
जिस आशियाने को खून पसीने की कमाई से पाई-पाई जोड़कर खड़ा किया आज उसी आशियाने को तारानगर तहसील के साहवा कस्बे के करीब 300 परिवार अपने ही हाथों से जमींदोज करने में दिन-रात लगे हुए हैं. साहवा कस्बे में जहां नजर पड़ेगी वहां वीरान रास्तों में टूटे मकानों का मलबा नजर आएगा.
कलेजे पर पत्थर रखकर रोते-बिलखते लोग इन आशियानों को अपने ही हाथों से उजाड़ते नजर आएंगे. दरअसल साहवा कस्बे के इन 300 परिवारों का गुनाह ये है कि इन्होंने वर्षों पहले जोहड़ पायतन की भूमि पर मकानों का निर्माण करवाया और अब हाईकोर्ट के आदेश (high court order) पर स्थानीय प्रसाशन (local administration) ने इन्हें अल्टीमेटम (ultimatum) देकर ये मकान खाली करने के आदेश दिए हैं.
12 अगस्त को 300 घरों पर बुलडोजर चलाने की चेतावनी दी गई है. जिसके बाद प्रशासन के दिए अल्टीमेटम के बाद लोग खुद ही अपने घरों को दिन-रात लगकर तोड़ रहे हैं.