लखनऊ:वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव (2019 Lok Sabha Elections) के दौरान पीली साड़ी पहने, आंखों में काला चश्मा लगाए, ईवीएम हाथ में लेकर जा रही पीठासीन अधिकारी चर्चा में आयीं. देखते ही देखते सोशल मीडिया पर पीली साड़ी वाली ये महिला छा गई. सोशल मीडिया पर इस महिला अधिकारी का नाम पीली साड़ी वाली मैडम के नाम से प्रसिद्ध हो गया.
पीली साड़ी वाली इस महिला अधिकारी की फोटोज इतनी तेजी से वायरल हुईं कि सोशल मीडिया पर रातों-रात फॉलोअर्स की बाढ़ आ गई. वर्ष 2019 के बाद अब यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में एक बार फिर पीली साड़ी वाली मैडम चर्चा में हैं. अपने लुक की वजह से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने वाली पीठासीन अधिकारी रीना द्विवेदी उर्फ पीली साड़ी वाली मैडम ने इस बार भारतीय परंपरा को छोड़कर पश्चिमी परंपरा की पोशाक पहनी है. रीना द्विवेदी को इस बार लखनऊ की मोहनलालगंज विधानसभा सीट के बस्तिया पोलिंग की जिम्मेदारी मिली है. पीली साड़ी वाली मैडम अपने नए गेटअप के कारण इस बार फिर लोगों की नजरों में छायी हुईं हैं.
पीली साड़ी वाली मैडम के नाम से प्रसिद्ध पीठासीन अधिकारी रीना द्विवेदी से ईटीवी भारत की टीम ने खास बातचीत की. इस बार पश्चिमी परंपरा की ड्रेस पहने के सवाल पर रीना द्विवेदी ने बताया कि इसके पीछे की कोई वजह नहीं है. रीना द्विवेदी ने ईटीवी भारत से कहा कि भारत की महिलाएं किसी भी ड्रेस में खूबसूरत और आकर्षक दिख सकती हैं. रीना द्विवेदी का कहना है कि महिलाएं किसी भी प्रकार के कपड़े पहनकर अपने काम पर निकल सकतीं हैं, जिनमें उन्हें सहज महसूस हो.
पीठासीन अधिकारी रीना द्विवेदी ने बताया कि पीली साड़ी के गेटअप में चर्चा में आने के बाद सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर्स की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है. रीना द्विवेदी ने बताया कि इंस्टाग्राम पर उनके 2 लाख 57 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं.
रीना द्विवेदी सिर्फ अपने बेटे को करतीं हैं फॉलो