हैदराबाद :तेलंगाना में करीब 66.09 प्रतिशत मतदान हुआ. सभी मतपेटियों के सील होने से पहले ही एग्जिट पोल के नतीजे पार्टियों के भाग्य पर मुहर लगाने की कोशिश कर रहे थे. बीआरएस राज्य में लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, जबकि विपक्षी कांग्रेस ने सत्ताधारी को सत्ता से हटाने के लिए हर संभव प्रयास किया. अपनी सरकार बनाने को उत्सुक भाजपा ने राज्य में रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के कई शीर्ष नेताओं के साथ एक विस्तृत अभियान भी चलाया.
बीआरएस 2014 से सत्ता में है जब केंद्र में पिछली यूपीए सरकार थी आंध्र प्रदेश से अलग होकर तेलंगाना बनाया गया. छोटी-मोटी झड़पों की कुछ घटनाओं को छोड़कर चुनाव शांतिपूर्ण रहा. टीवी दृश्यों में बीआरएस और कांग्रेस के पार्टी कार्यकर्ताओं को जिलों के कुछ मतदान केंद्रों पर एक-दूसरे के साथ बहस करते हुए दिखाया गया है. हालांकि, बाद में पुलिस ने उन्हें तितर-बितर कर दिया. कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और 13 वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित निर्वाचन क्षेत्रों में यह शाम 4 बजे समाप्त हुआ, जबकि 106 अन्य क्षेत्रों में प्रक्रिया शाम 5 बजे समाप्त हुई.
चुनाव में मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, उनके मंत्री पुत्र के. टी. रामाराव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्यों- बंडी संजय कुमार तथा डी. अरविंद समेत करीब 2,290 उम्मीदवार मैदान में हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज ने संवाददाताओं को बताया कि एक या दो जगहों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हुआ. मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव और उनकी पत्नी के. शोभा ने सिद्दीपेट में चिनरामाडाका गांव में मतदान किया.
केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामाराव, उनकी बहन और विधान पार्षद के. कविता, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने सुबह सात बजे मतदान आरंभ होने के बाद शुरुआती घंटों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. चिरंजीवी, वेंकटेश और अल्लू अर्जुन सहित कई फिल्मी हस्तियों ने भी सुबह मतदान किया.
सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति ने राज्य की सभी 119 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. भाजपा और उसकी सहयोगी जनसेना क्रमश: 111 और आठ सीट पर किस्मत आजमा रही हैं, वहीं कांग्रेस ने 118 सीट पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और एक सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को दी है.
ओवैसी की पार्टी ने हैदराबाद की नौ विधानसभाओं में अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं. मतदान के दिन भारतीय लोकतंत्र की सराहना करते हुए, भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने कहा कि मतदान की जिम्मेदारी पूरी किए बिना किसी को राजनीतिक व्यवस्था की आलोचना करने का हक नहीं है.
मतदाताओं को लुभाने के लिए पैसे और शराब के वितरण को गलत बताते हुए रेड्डी ने मतदाताओं से निडर होकर और किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना मतदान करने का आग्रह किया.
रामाराव ने तेलंगाना के लोगों से बाहर निकलने और बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि मतदान कर एक नागरिक के रूप में उन्होंने अपना कर्तव्य पूरा किया है.