चेन्नई: तमिलनाडु सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) नेता के. पोनमुडी को सोमवार रात यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय लाया गया. ईडी के अधिकारी अवैध रेत खनन से जुड़े धन शोधन के मामले में छापेमारी के बाद पोनमुडी को कार्यालय लेकर पहुंचे.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय पुलिस बल की सुरक्षा के बीच, पोनमुडी को यहां ईडी कार्यालय लाया गया और उनसे पूछताछ किए जाने की संभावना है.
सांसद बेटे गौतम सिगमणि के चेन्नई परिसरों पर भी छापा :प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री पोनमुडी और उनके सांसद बेटे गौतम सिगमणि के चेन्नई परिसरों पर छापा मारा. तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी हाल के दिनों में ईडी के रडार पर आने वाले दूसरे डीएमके नेता हैं. इससे पहले, तमिलनाडु के मंत्री वी सेंथिल बालाजी को उनकी संपत्तियों पर छापेमारी के बाद ईडी ने गिरफ्तार किया था.
इस महीने की शुरुआत में, पोनमुडी को सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) द्वारा उनके और छह अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज भूमि कब्जा मामले में बरी कर दिया गया था. उन पर 1996 और 2001 के बीच द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान चेन्नई के सैदापेट में अवैध रूप से सरकारी जमीन हासिल करने का आरोप था.
साल 2007 और 2011 में डीएमके शासन के दौरान जब पोनमुडी खान मंत्री थे तब आरोप था कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया और खदान की शर्तों का उल्लंघन करते हुए विल्लुपुरम में अवैध रूप से 2 लाख 64 हजार 644 लोड लाल रेत ली. विल्लुपुरम जिला अपराध शाखा पुलिस ने इसके जरिए सरकार को 28 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा देने के आरोप में मंत्री पोनमुडी, उनके बेटे गौतम सिगमणि, चचेरे भाई जयचंद्रन और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इसके बाद, विल्लुपुरम जिला अपराध शाखा पुलिस ने 2012 में मंत्री पोनमुडी और जयचंद्रन सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.