रायपुर: छ्त्तीसगढ़ की सियासत में एक बार फिर ईडी की एंट्री हुई है. बुधवार को सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के देवेंद्र नगर ऑफिसर्स कॉलोनी स्थित आवास पर ईडी ने दबिश दी. ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर के पुराना भिलाई स्थित घर पर भी ईडी की टीम जांच पड़ताल कर रही है. कांग्रेस ने भाजपा पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए विधानसभा चुनाव 2023 में संभावित हार को लेकर उसकी बौखलाहट बताया. ईडी छत्तीसगढ़ में कथित कोयला घोटाला, शराब घोटाला, जिला खनिज फाउंडेशन फंड में अनियमितता और ऑनलाइन सट्टेबाजी से संबंधित विभिन्न मामलों की जांच कर रहा है. ईडी कार्रवाई का यूथ कांग्रेस ने विरोध करते हुए केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जामकर नारेबाजी की.
'हार चुकी है भाजपा, ईडी आईटी लड़ रहे चुनाव':चुनाव के मद्देनजर ईडी की कार्रवाई का आरोप लगाते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, "भारतीय जनता पार्टी हार चुकी है और इसी कारण से ईडी आईटी से यह लोग चुनाव लड़ रहे हैं. उनको ठेका दे दिया गया है. वह निम्न से निम्न स्तर तक उतर आए हैं. अभी तो और होगा. जो जानकारी मिल रही है, उसमें अभी ईडी आई है, उसके बाद आईटी के 200 से 300 लोगों की टीम आने वाली है. वह घर घर में छापा डालेंगे, गली-गली गांव गांव में जाएंगे. इसका मतलब यह है भारतीय जनता पार्टी को प्रजातंत्र पर विश्वास नहीं है.
सीएम बघेल का तंज, जन्मदिन पर पीएम और गृहमंत्री ने दिया बढ़ियां गिफ्ट:छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, "जब हमारे कांग्रेस का राष्ट्रीय महाधिवेशन हुआ था, जो लोग व्यवस्था में लगे थे, उन सब के घर में छापे पड़े. चाहे रामगोपाल अग्रवाल हों, गिरीश देवांगन हों. वह लगातार चलता रहा, जब तक हमारा सम्मेलन चला. आज मेरे जन्मदिन के दिन मेरे क्षेत्र में जो ओएसडी काम देख रहे हैं, उनके घर में छापा पड़ा. मेरे पारिवारिक मित्र हैं, मेरे सलाहकार हैं, उनके यहां छापा पड़ा. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की तरफ से इससे बढ़िया गिफ्ट और क्या हो सकता है."
15 साल के कुशासन को हमारे साथियों ने उखाड़ फेंका और 15 सीट में समेट दिया. अब उसके बावजूद भी यह लोग टारगेट कर रहे हैं. अगर इसी तरह से इनकी गतिविधि रहेगी तो 15 सीट भी इनको नसीब नहीं होगी. यह केवल छत्तीसगढ़ में नहीं बल्कि इसका प्रभाव पूरे देश भर में पड़ेगा और 2024 में भी पड़ेगा. -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
सीएम बघेल बोले-रावण का भी नहीं टिका घमंड:सीएम बघेल ने केंद्र की मोदी सरकार पर अहंकारी में चूर होने का आरोप लगाया. सीएम बघेल ने कहा कि, "यह न समझें कि सत्ता में बैठे हैं तो जिंदगी भर सत्ता में रहेंगे. क्योंकि जब रावण का घमंड नहीं टिका तो बाकी लोगों की क्या बिसात. अति का अंत होता है. यहां छत्तीसगढ़ में यह अति कर चुके हैं. जनता देख रही है और जनता मुंहतोड़ जवाब देगी. यह इन एजेंसियों के माध्यम से चुनाव लड़ना चाहते हैं तो मुगालते में हैं. छत्तीसगढ़ की जनता प्रजातांत्रिक व्यवस्था में बहुत आस्था रखती है. जो लोग प्रजातंत्र की भावनाओं को कुचलना चाहते हैं, उसका जवाब नवंबर में जो मतदान होगा और दिसंबर में काउंटिंग होगा, उसमें मिल जाएगा.
विपक्षी सरकारों को डिस्टर्ब करने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग:कांग्रेस ने सीएम बघेल के करीबियों पर ईडी की कार्रवाई पर आपत्ति जताई है. कांग्रेस ने ये भी आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार राज्यों में विपक्षी सरकारों को डिस्टर्ब करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. भाजपा ये अच्छे से जान गई है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 वो हार रही है. उसके पास कांग्रेस से लड़ने का कोई रास्त नहीं है, इसलिए ईडी को आगे किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के प्रभारी एआईसीसी सचिव चंदन यादव के मुताबिक ईडी छापे भाजपा की ओछी राजनीति की निशानी है. इसी तरह के छापे फरवरी में भी हुए थे.