बगीचों में , दीवारों पर,हैंगिंग पॉट में या रेलिंग पर लटकती फूलों से लदी बेल या लताएं देखने में काफी सुंदर लगती हैं. बेलों की सबसे खास बात यह होती हैं कि उन्हे बढ़ने तथा फलने फूलने के लिए ज्यादा देखभाल की जरूरत नही होती है. बाकी पौधों की तरह यह वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाती ही हैं, साथ ही गर्मियों के मौसम में यदि बेल या लताएं दीवारों या छत पर फैली हुई हों तो घर के तापमान को नियंत्रित रखने में भी मदद करती है. आज के लेख में हम आपकों कुछ ऐसी ही फूलदार लताओं के बारें में बताने जा रहें है जो ज्यादातर सभी मौसम में सरलता से उग सकती हैं.
बोगनवेलिया की बेल
बोगनवेलिया देश के लगभग सभी हिस्सों में आमतौर पर नजर आने वाली बेल है. जो लगभग पूरे वर्ष ही फूलों से भरी रहती है. इसे देखभाल की काफी कम जरूरत होती है इसलिए यह ना सिर्फ घरों में बल्कि पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों पर भी आमतौर पर नजर आ जाती है. बोगनवेलिया की अलग अलग किस्मों पर गहरे गुलाबी, लाल, नारंगी, बैंगनी,सफेद, तथा पीले रंग के फूल आते हैं. इस काँटेदार बेल की औसत लंबाई 3-4 फुट से लेकर अधिकतम 40 फुट तक देखी गई है. बोगनवेलिया को ज्यादा खुली धूप की जरूरत होती है इसलिए इसे हमेशा ऐसे स्थान पर जमीन या गमले में लगाना चाहिए जहां धूप ज्यादा आती हो.
अपराजिता
बोगनवेलिया की भांति यह बेल भी देश के लगभग सभी हिस्सों में सरलता से पाई जाती है. इस बेल की अलग अलग किस्मों पर नीले, बैंगनी, गुलाबी तथा व सफेद रंग के फूल आते हैं. इस बेल को पनपने के लिये ज्यादा देखभाल की जरूरत नही होती है , बस इसे ऐसे स्थान पर लगाना जरूरी होता है जहां इसे दिन में कुछ घंटों की धूप मिल सके. इसे गर्मियों में रोजाना पानी देने की जरूरत होती है. अपराजिता की बेल 5-10 फुट तक बढ़ सकती है. बहुत से लोग इसके नीले फूलों की चाय भी बना कर पीते हैं. जिसे सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है.
मधुमालती लता
मधुमालती की बेल भी बहुत आसनी से कही भी उग जाती है. इस पर काफी ज्यादा खुशबू वाले छोटे-छोटे लाल, गुलाबी और सफेद रंगों के फूल आते हैं. मधुमालती का पौधा एक बार जड़ पकड़ लेने के बाद तेजी से बढ़ता, फलता-फूलता है, तथा पनपने के लिए इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत भी नही होती है।
फ्लेम वाइन बेल