हिसार: डीएसपी सुरेंद्र सिंह (dsp surendra singh) को हिसार जिले में उनके पैतृक गांव सारंगपुर में राजकीय सम्मान के साथ मिट्टी (dsp surendra singh buried in hisar) दी गई. दरअसल बिश्नोई समाज में मृतक को दफनाया जाता है, जिसे सामाजिक रीति के अनुसार मिट्टी देना कहा जाता है. परिवार का नियम है कि व्यक्ति की मौत के बाद उसे उसकी जमीन में ही मिट्टी दी जाती है. डीएसपी सुरेंद्र सिंह को आखिरी सलामी देने के लिए आसपास के ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा.
अंतिम यात्रा में उमड़ा हुजूम: हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल, आदमपुर से विधायक कुलदीप बिश्नोई, डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा, प्रोफेसर संपत सिंह समेत अनेक नेता उनकी अंतिम विदाई में मौजूद रहे. पहले डीएसपी सुरेंद्र सिंह को बुधवार को ही मिट्टी दी जानी थी, लेकिन उनका बेटा कनाडा से नहीं लौट पाया था. जिसके बाद परिजनों ने फैसला किया कि जब तक सुरेंद्र सिंह का बेटा सिद्धार्थ नहीं आ जाता. तब तक उनको मिट्टी नहीं दी जाएगी.
डीएसपी सुरेंद्र सिंह को आखिरी सलामी देने के लिए आसपास के ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा. वीरवार सुबह डीएसपी का बेटा कनाडा से लौटा. जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ डीएसपी सुरेंद्र सिंह को मिट्टी (dsp surendra singh buried in hisar) दी गई. सिविल अस्पताल से डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई का पार्थिव शरीर पहले उनके गांव (hisar sarangpur village) के स्कूल में लाया गया. जहां एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया और फिर अंतिम विदाई दी गई.
बारिश की वजह से देरी: परिजनों की तरफ से अंतिम विदाई का समय सुबह दस बजे रखा गया था, लेकिन देर रात से लगातार हो रही बारिश की वजह से इसमें देरी हुई. जिस खेत में डीएसपी के शव को दफनाया जाना था. उस खेत में पानी भर चुका था. खेत से पानी निकालने के लिए गांव के लोग सुबह से जुटे रहे. पानी निकालने के लिए पंप सेट लगाए गए. खेत से पानी निकालने के बाद ही डीएसपी सुरेंद्र सिंह को मिट्टी दी गई.
नूंह के तावडू में डंपर से कुचलकर डीएसपी की हत्या कर दी गई थी. क्या है पूरा मामला? हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल के मुताबिक डीएसपी सुरेंद्र सिंह को सूचना मिली थी कि कुछ लोग तावडू के पंचगांव में अवैध खनन कर रहे हैं. सूचना मिलते ही डीएसपी अवैध खनन को रुकवाने के लिए अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. डीएसपी अपनी टीम के एक ड्राइवर, दो सुरक्षाकर्मी के साथ मौजूद थे. मौके पर पहुंचने के बाद डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने खनन माफियाओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की. इस दौरान खनन माफियाओं ने पत्थर से भरा डंपर डीएसपी सुरेंद्र सिंह के ऊपर चढ़ा दिया. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
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पुलिस रिमांड पर दोनों आरोपी: डीएसपी की मौत के बाद उनके साथ आए सुरक्षाकर्मियों की खनन माफियाओं के साथ मुठभेड़ हुई. जिसमें एक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार करने में सफल रही. इस आरोपी का नाम इक्कर है. जिसे कोर्ट में पेश कर पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. वहीं मामले में दूसरा आरोपी डंपर चालक भी राजस्थान से गिरफ्तार हो चुका है. जिसका नाम शब्बीर उर्फ मित्तर है. मित्तर को भी कोर्ट में पेश कर पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.