लखनऊ :लखनऊ विश्वविद्यालय के तिलक छात्रावास का ड्रेस कोड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस ड्रेस कोड में छात्राओं को शॉर्ट्स या घुटने के ऊपर की ड्रेस न पहनने की फरमान दिया गया. वायरल नोटिस के मुताबिक, शॉर्ट्स या घुटने के ऊपर की ड्रेस पहनकर छात्राएं अपने ब्लॉक से बाहर नहीं घूम सकती हैं. इस नियम का उल्लंघन करने वाली छात्रा पर 100 रुपये का आर्थिक जुर्माना भी लगाया जाएगा.
अचानक बुधवार देर रात इस मैसेज के सोशल मीडिया पर वायरल होने से विवाद खड़ा हो गया. छात्र-छात्राओं की ओर से इसको लेकर प्रतिक्रियाएं भी आने लगीं. गुरुवार सुबह से ही इस मैसेज को लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं. कई छात्र संगठन तो इस फरमान के विरोध में भी उतर आए. एक छात्र संगठन ने, तो सोशल मीडिया पर इसके खिलाफ मैसेज भी भेजने शुरू कर दिए. छात्रों द्वारा इसे शेयर भी किया जाने लगा.
प्रोवोस्ट बोलीं, छात्राओं ने की शरारत
घंटों चले विवाद के बीच छात्रावास की प्रोवोस्ट डॉ. भुवनेश्वरी ने ऐसा कोई भी नोटिस जारी करने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई ड्रेस कोड जारी ही नहीं किया गया. उनकी मानें, तो किसी छात्रा ने यह शरारत की. उन्होंने कहा कि अनावश्यक माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है.
लखनऊ विश्वविद्यालय ने प्रॉक्टर को सौंपी जांच
लखनऊ विश्वविद्यालय के तिलक छात्रावास ड्रेस कोड प्रकरण में देर शाम विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच बैठा दी. प्रॉक्टर प्रोफेसर दिनेश कुमार को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है. विवि के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तिलक छात्रावास के लिए किसी तरह का कोई ड्रेस कोड लागू ही नहीं किया गया है. किसी ने शरारत की है. प्रॉक्टर की टीम इस पूरे प्रकरण की जांच करेगी और पता लगाया जाएगा कि यह मैसेज किसने और कैसे वायरल किया.