तिरुवनंतपुरम : केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि राज्य में दहेज विवाह को अलग-थलग कर दिया जाना चाहिए और जनप्रतिनिधियों को ऐसी शादियों में भाग नहीं लेना चाहिए, क्योंकि केरल आत्महत्या और घरेलू हिंसा अपराधों की एक बड़ी घटनाओं से गुजर रहा है.
सीएम विजयन ने कहा कि दहेज एक ऐसी चीज है जिसे सामाजिक रूप से अलग-थलग करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि युवाओं को विवाह के लिए दहेज नहीं लेना चाहिए, इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग शिकायत तभी करते हैं जब स्थिति और खराब हो जाती है.
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इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी जो प्रेम प्रस्तावों को ठुकराने पर महिलाओं पर अत्याचारों में शामिल हैं. विजयन ने कहा कि पुलिस ऐसे लोगों पर नजर रखेगी जिनका महिलाओं को प्रताड़ित करने और उनका पीछा करने का इतिहास है. पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार उनकी निगरानी करेगी कि कहीं वे प्रेम प्रस्तावों को ठुकराए जाने के बाद कुछ बहुत गलत कृत्य को अंजाम देने की योजना तो नहीं बना रहे.
राज्य में हाल फिलहाल में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती ऐसे वारदातों के बीच विधानसभा में मुख्यमंत्री का यह बयान महत्वपूर्ण है.
हाल में ऐसी ही एक घटना में एर्नाकुलम जिले के कोठमंगलम में एक शख्स ने डेंटल कॉलेज की 24 वर्षीय छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी. वह छात्रा का कभी सोशल मीडिया मित्र था. उसने 30 जुलाई को दिनदहाड़े छात्रा के घर में घुसकर उसकी हत्या करने के बाद खुद को भी गोली मार ली.