डिंडौरी। कड़कड़ाती ठंड में जब जिला चिकित्सालय में बिस्तर भी नसीब नहीं हुआ तो जवान बेटी ने अपने बीमार और लाचार पिता जिसके पैर में गैंग्रीन फैल गई है उनको कंधे पर लेकर मदद की आस में डिंडोरी विधायक के द्वार के लिए निकल गई. आंखों में बेबसी के आँसू और सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था से नाखुश ये हैं शिव प्रसाद वनवासी जिसे भोपाल,जबलपुर और डिंडोरी के सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज न मिल सका तो विधायक ओमकार सिंह मरकाम से गुहार लगाने उनके बंगले पर पहुंचे, जिसने भी यह दृश्य देखा उसका कलेजा दहल गया.
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सरकारी अस्पतालों में भी नहीं मिल रहा इलाज: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जो बेटियों के मामा कहलाते हैं उनके राज में एक बेबस बेटी के लाचार पिता का जीवन इस कदर संकट में आ गया है जिनका इलाज अब सरकारी अस्पतालों में भी नहीं किया जा रहा है. महज हाथों में बॉटल लगाकर उपचारिक इलाज कर इतिश्री करने वाले सरकारी अफसरानों को गरीब और लाचार पिता के ये आंसू दिखाई नही पड़ते हैं. डिंडोरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने पिता और बेटी के दर्द को समझा और नकद राशि की व्यवस्था कर फोन के माध्यम से जिला चिकित्सालय के मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आदेशित कर बेहतर इलाज करने को कहा है.
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पिता को कंधे पर लेकर 2 KM चली बेटी: ये कहना गलत नहीं होगा कि प्रदेश के मामा से छूटी आस तो विधायक ओमकार बने बेटी का विश्वास. 18 वर्षीय रंजीता वनवासी जो अपने पिता शिव प्रसाद को कंधे में लेकर जिला चिकित्सालय डिंडोरी से 2 किलोमीटर पैदल चलकर विधायक ओंकार सिंह मरकाम के बंगले पहुंचती है. रंजीता को पूरा विश्वास है कि क्षेत्रीय विधायक ओमकार सिंह मरकाम उसके पिता का इलाज कराने के लिए मजबूत सहारा बनेंगे.
गैंग्रीन से पीड़ित शिव प्रसाद क्या है गैंग्रीन बीमारी: Gangrene एक खतरनाक बीमारी होती है, जिसमें शरीर के कुछ खास हिस्सों में टिश्यूज यानी ऊतक नष्ट होने लगते हैं. इसकी वजह से उस जगह पर जख्म बन जाते हैं. जो लगातार फैलता जाते हैं. यदि समय रहते इस बीमारी का उपचार नहीं किया जाए तो हालत खतरनाक हो सकते हैं. गैंग्रीन बीमारी के 3 प्रकार होते हैं. इनमें सूखा गैंग्रीन, नम गैंग्रीन और गैस गैंग्रीन शामिल हैं. दर्दनाक सूजन, त्वचा पीली से भूरी लाल होना गैंग्रीन के प्रमुख लक्षण हैं. इसके अलावा पैरों में फफोले विकसित होते हैं और भूरे लाल तरल पदार्थ से भरे होते हैं. इस बीमारी से प्रभावित हिस्से में भारीपन हो जाता है. बुखार और पसीना आना, त्वचा का रंग पीला पड़ जाना भी गैंग्रीन के लक्षण हैं.
अस्पताल में नहीं मिला इलाज