नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के तुगलक रोड थाना इलाके में स्थित इजरायली दूतावास के पास 26 दिसंबर को देर शाम हुए संदिग्ध ब्लास्ट की कॉल के मामले में आखिरकार 72 घंटे बाद दिल्ली पुलिस ने बड़ा एक्शन लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है. यह एफआईआर तुगलक रोड थाना में दर्ज किया गया है. फिलहाल अज्ञात लोगों को नामजद किया गया है. इसकी पुष्टि दिल्ली पुलिस ने की है.
इससे पहले इजरायली एंबेसी के पास हुए संदिग्ध ब्लास्ट की कॉल के मामले में दिल्ली पुलिस ने कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की थी. लेकिन तीन दिनों तक चली छानबीन और जांच के बाद अब पहली एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इस संदिग्ध ब्लास्ट के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अलावा एनआईए भी जांच कर रही है. अभी तक की हुई छानबीन के बाद पुलिस ने 10 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिन्होंने ब्लास्ट जैसी आवाज सुनी थी या धुआं जैसा कुछ देखा था.
सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि विस्फोट के दौरान या उससे पहले वहां 12 लोग मौजूद थे, जिसमें से एक शख्स पर ज्यादा शक है, जो ऑटो से इजरायली एंबेसी के पास आया था. यह शख्स ब्लास्ट से कुछ समय पहले ही दूसरे ऑटो से वापस भी लौट गया था. जांच करने वाली एजेंसियां उस संदिग्ध की तलाश में जुटी हुई है. दिल्ली पुलिस की टीम ने उस ऑटो ड्राइवर की पहचान करके उससे पूछताछ की थी तो पता चला कि वह संदिग्ध शख्स जामिया से इजराइल एंबेसी के पीछे पृथ्वीराज रोड पर आने के लिए 150 रुपये में ऑटो लिया था. ड्राइवर ने पुलिस को बताया की वह शख्स इंग्लिश में बात कर रहा था. पुलिस को यह भी पता चला की ऑटो से आया शख्स लगभग 5 मिनट तक मौके पर रुका था और उसके बाद दूसरा ऑटो लेकर वहां से निकल गया था. पुलिस अब उस पूरे रूट के सीसीटीवी फुटेज को चेक करने में जुट गई है.