हासन: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता डी वी सदानंद गौड़ा ने राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया है. अपने 30 साल के करियर में वह बड़े पदों पर रहे. उन्होंने हासन में बुधवार को इस संबंध में घोषणा की. डी वी सदानंद गौड़ा वर्तमान में बेंगलुरु उत्तर सीट से लोकसभा सांसद हैं. बीएस येदियुरप्पा के बाद मुझे पार्टी में सभी लाभ मिले. गौड़ा ने कहा, 'पार्टी ने मुझे 30 साल में सब कुछ दिया है.'
हासन में सूखाग्रस्त इलाकों का दौरा करने के बाद यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, '30 साल की राजनीति में - 10 साल विधायक के रूप में 20 साल सांसद के रूप में काम किया. यात्रा यही नहीं रूकी. इसके बाद एक साल मुख्यमंत्री के रूप में, डेढ़ साल विपक्ष के नेता के रूप में (विधान परिषद में) रहा. इसके बाद विधानसभा में विपक्ष के उपनेता के रूप में पांच साल बिताया.
पार्टी अध्यक्ष के रूप में साढ़े चार साल रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सात साल तक केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री रहा हूं.' डी वी सदानंद गौड़ा ने आगे कहा कि पार्टी ने मुझे सब कुछ दिया है. मुझे कुछ नहीं चाहिए और चुनावी राजनीति से दूर रहूंगा. बस पार्टी के लिए मेरा काम जारी रहेगा. गौड़ा ने यह बात उस सवाल के जवाब में कहा कि क्या वह एक बार फिर राज्य भाजपा अध्यक्ष होंगे.
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पूर्व सीएम ने कहा,'प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी पर उन्होंने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव के कारण नेता दबाव में हैं. मैंने भी चुनावी राजनीति से दूर रहने का फैसला किया है. इसलिए समय की कमी के कारण प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पाई. हमें जेडीएस के एनडीए में शामिल होने पर कोई आपत्ति नहीं है. यह पूरे देश के नजरिये से एक फैसला होगा.' राष्ट्रीय स्तर पर I.N.D.I.A के पास एक भी नेता नहीं है. लेकिन हमारे पास एक ऐसा नेता है जिसे दुनिया पसंद करती है.'