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नैनाराम के नयन रह गए खुले के खुले, जब मिला ₹43 लाख का आयकर का नोटिस

जीएसटी फ्रॉड गैंग ने कागजों में एक मजदूर को पहले 24 करोड़ का हीरा कारोबारी बनाया. फिर मनरेगा के जरिए धोखे से मजदूर के दस्तावेज हासिल किए. उसके नाम से फर्जी कंपनी खोल जीएसटी चोरी व बोगस बिलिंग शुरू कर दी. अब मजदूर को हीरा कंपनी का मालिक बताकर 43 लाख रुपये टैक्स चुकाने को कहा गया है.

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Published : Feb 20, 2021, 4:19 PM IST

पाली :राजस्थान के रोहट क्षेत्र के छोटे से गांव डूंगरपुर में रहने वाले मजदूर नैनाराम ने जिस कमाई के बारे में कभी सोचा नहीं होगा, उससे 6 गुना ज्यादा टैक्स रिकवरी का नोटिस उन तक पहुंच गया है. सेल्स टैक्स के इस नोटिस में उन्हें 24 करोड़ रुपये की हीरा कंपनी का मालिक बताया गया है और 43 लाख रुपये टैक्स चुकाने के लिए कहा गया है.

पूरे दिन में मात्र 600 से 700 रुपये कमाने वाले नैनाराम को 43 लाख रुपये चुकाने का नोटिस मिलने के बाद उसका पूरा परिवार सकते में आ गया है. जानकारी के अनुसार नैनाराम मेघवाल को जीएसटी फ्रॉड गैंग ने कागजों में 23.80 करोड़ का एक हीरा कारोबारी बना दिया है. नैनाराम ने मनरेगा के लिए अपने दस्तावेज जमा कराए थे. उसके दस्तावेज वहीं से चोरी किए गए और फिर उसके नाम पर फर्जी कंपनी खोलकर जीएसटी चोरी और बोगस बिलिंग शुरू कर दी गई. फिलहाल, यह पूरा मामला तब खुला जब नैनाराम के पते पर सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से 43.51 लाख रुपये के बकाया टैक्स का नोटिस पहुंचा.

राजस्थान : ठगों ने मजदूर को बनाया हीरा कारोबारी

फ्रॉड के लिए नैनाराम के दस्तावेज

जानकारी के मुताबिक नैनाराम से करीब डेढ़-दो साल पहले एक शख्स मनरेगा में रजिस्ट्रेशन के नाम पर उससे आधार कार्ड, परिचय पत्र और फोटो ले गया था. इसके बाद काम देने के नाम पर उसे बुलाया गया और कुछ कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिए गए थे. उसके बाद, उसके नाम से बैंक में खाता भी खुलावाया गया था. इसी के माध्यम से कंपनी बनाई गई और फ्रॉड किया जा रहा था. नैनाराम के नाम से तिरुपति ट्रेडिंग नाम की कंपनी खोली गई थी. इसमें 23 करोड़ 80 लाख, 59 हजार रुपये के रिटर्न भरे जाने थे और 43 लाख 51 हजार 908 रुपये का टैक्स भी बकाया था.

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नोटिस आने के बाद नैनाराम को एहसास हुआ कि उसके नाम पर ठगी की जा रही थी.

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