कोलकाता:उत्तर बंगाल की खाड़ी में उठे 'सितरंग' तूफान के उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ने और सोमवार को सागर द्वीप से 260 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में टकराने के बाद मौसम विभाग ने तटीय बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके परिणामस्वरूप दीपावली और काली पूजा के उत्सव में खलल पड़ने का खतरा पैदा हो गया है.
कोलकाता में सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए मजबूर कर दिया. सोमवार शाम को कोलकाता की अधिकांश सड़कों पर एक सुनसान नजारा था, जो आम तौर पर इस दौरान देवी काली की मूर्तियों के साथ बाजारों में जाने वाले हजारों लोगों से भरा रहता है. रोशनी से जगमग शहर की सड़कों का नजारा भी इस बार तूफान के कारण फीका रहा. हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज हवा ने राज्य के तटीय जिलों को प्रभावित किया, जबकि कोलकाता में भी हल्की वर्षा के साथ बादल छाए रहे.
लोगों से घरों में रहने की अपील
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने चक्रवात 'सितरंग' को लेकर अलर्ट जारी किया है. 25 अक्टूबर को बारिश की प्रबल संभावना है. लोगों से अपील है कि वे बेवजह या सुंदरवन समेत समुद्री इलाकों में बाहर जाने से बचें. विपरीत स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा व्यवस्था की गई है.
उत्तर-पूर्वोत्तर दिशा में 33 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा 'सितरंग' तूफान अपराह्न ढाई बजे सागर द्वीप के दक्षिण-पूर्व में 260 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के ऊपर से गुजरा और इसके बेहद भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है. तूफान के कारण 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने जबकि सोमवार रात तक हवा की रफ्तार 110 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका है.